दरगाह दीवान बोले, राष्ट्रीय जैन तीर्थ घोषित हो अजमेर

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दरगाह दीवान बोले, राष्ट्रीय जैन तीर्थ घोषित हो अजमेर


-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा खत, आचार्य विद्यासागर महाराज की पुण्य तिथि होंगे कार्यक्रम

अजमेर, 4 फरवरी(हि.स)। अजमेर ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के दीवान जैनुअल आबेदीन ने कहा कि अजमेर को राष्ट्रीय जैन तीर्थ घोषित किया जाना चाहिए। दीवान ने कहा कि 6 फरवरी को देशभर में जैन समाज की ओर से आचार्य 108 विद्यासागर महाराज की पुण्यतिथि मनाई जा रही है। यही उनके लिए सच्चा सम्मान होगा साथ ही देश में साप्रदायिक सौहार्द और धार्मिक सदभाव का संदेश जाएगा। दरगाह दीवान ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख भेजा है।

दरगाह दीवान मंगलवार को मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि हमारा भारत अनेकता में एकता का देश है। यहां अनेक धर्मों और समृद्ध आध्यात्मिक विरासतों का संगम है। यह पावन धरती अनगिनत संतों ,ऋषियों और महान विभूतियों का तपोस्थल रही है जिन्होंने मानवता के कल्याण के लिए अनमोल योगदान दिए हैं।

आचार्य अपनी कठोर तपस्या, त्याग और मानवसेवा के लिए पहचाने जाते हैं। उनके महान विचार सदैव संपूर्ण मानव समाज का मार्गदर्शन करते रहेंगे। आचार्य विद्यासागर महाराज अजमेर से विशेष संबंध रखते हैं। दीवान ने कहा कि यहीं से उन्होंने अपने आध्यात्मिक जीवन की यात्रा प्रारंभ की थी और इसी पुण्यभूमि में उन्हें दीक्षा मिली। आचार्य श्री की जन्म स्थली होने के कारण अजमेर को राष्ट्रीय जैन तीर्थ घोषित किया जा सकता है। यह निर्णय आचार्य विद्यासागर जी के प्रति सच्चा सम्मान होगा। साथ ही भारत की समृद्ध धार्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत को और अधिक प्रतिष्ठा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि अजमेर में जहां एक ओर ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह विश्वविख्यात है जो श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है तो दूसरी तरफ जगतपिता ब्रह्मा मंदिर व तीर्थगुरु पुष्कर सरोवर है। यहां साप्रदायिक सौहार्द और धार्मिक सदभाव को अधिक बल मिलेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष

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