अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में खुला जन्नती दरवाजा

अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में खुला जन्नती दरवाजा
WhatsApp Channel Join Now
अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में खुला जन्नती दरवाजा


अजमेर, 11 अप्रैल(हि.स)। देशभर में गुरुवार ईद उल फितर का जश्न मनाया जा रहा है। ऐसे में राजस्थान के अजमेर में स्थित विश्व विख्यात ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह शरीफ में भी अकीदतमंदों का हुजूम देखने को मिल रहा है। ईद के मौके पर देशभर से जायरीन अजमेर ईद मनाने पहुंचे हुए हैं। इस मौके पर सूफी हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह के दरबार मे जन्नती दरवाजा खोला गया है। साल में चार बार खुलने वाला जन्नती दरवाजे से बड़ी संख्या में जायरीन निकलकर अपने आप को बहुत खुश नसीब मानते हैं।

ईदगाह परिसर नमाजियों से अट गया

दरगाह के खादिमों के मुताबिक, जन्नती दरवाजा को ईद उल फितर, बकरीद, ख्वाजा साहब का सालाना उर्स और हजरत ख्वाजा उस्मान हारूनी के उर्स के मौके पर ही खोला जाता है। मुल्क भर से बड़ी तादाद में जायरीन इस जन्नती दरवाजा के दीदार और दाखिल होने के लिए अजमेर पहुंचते हैं। सुबह की आठ बजे तक ईदगाह परिसर नमाजियों से अट गया। नमाजियों की कतारें ईदगाह से बाहर केसरगंज गोल चक्कर जा पहुंचीं। इसके बाद तोप दागी गई, और फिर नमाजियों ने नमाज अदा की।

देश दुनिया में भाईचारा बना रहे

अजमेर शहर में ईद का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर दरगाह केसरगंज स्थित ईदगाह सहित अजमेर की तमाम दरगाह में नमाज अदा की गई। एक दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी गई। इस अवसर पर सभी ने देश दुनिया में भाईचारा बना रहे, एक दूसरे के प्रति नफरत खत्म हो, इसके लिए दुआ भी की गई। अजमेर में मुख्य नमाज कैसरगंज स्थित ईदगाह में हुई। अजमेर में शहर काजी मौलाना तौसीफ अहमद सिद्दीकी ने नमाज अदा कराई। अजमेर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात रहे। इसी तरीके से ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के आसपास भी पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता तैनात रहा। जहां पुलिस के आला अधिकारी मौजूद रहे। जिला कलक्टर डॉक्टर भारती दीक्षित, आईजी लता मनोज कुमार, एसपी देवेंद्र कुमार विश्नोई, सहित बड़ी संख्या में पुलिस जाप्ता तैनात रहा।

आज घर-घर बनी हैं सेवइयां

मीठी ईद का बहुत बड़ा महत्व है। रमजान के पवित्र महीने में मुस्लिम समाज के लोग एक महीने तक रोजे रखते हैं। यह महीना इबादत और दान-पुण्य का होता है। इस दौरान छोटे बच्चे भी रोजे रखते हैं। महीने भर इबादत के बाद ईद उल फितर का पर्व आता है और आज के दिन मुस्लिम समाज के लोग अपने घरों में मीठी सेवइयां बनाते हैं और एक दूसरे के घर जाकर ईद की मुबारकबाद भी देते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/संदीप

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story