आजादी से पहले के उपनगर गंगाशहर सैटेलाइट अस्पताल में छह दशक बाद गूंजी किलकारी, नवरात्र में कन्या जन्म है शुभ संकेत
बीकानेर, 15 अप्रैल (हि.स.)। उपनगर गंगाशहर व इससे जुड़े आसपास के गांवों के लिए बड़ी खुशखबरी है। वर्षों बाद गंगाशहर सैटेलाइट अस्पताल में फिर से किलकारी गूंज उठी है। वर्षों का स्वप्न साकार हुआ है। अब प्रसूताओं को डिलीवरी के लिए पीबीएम जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
अस्पताल अधीक्षक डॉ मुकेश वाल्मीकि ने बताया कि सोमवार को सुनीता देवी पत्नी चंपालाल कुम्हार ने गंगाशहर के अस्पताल में बेटी को जन्म दिया। प्रसूता का पीहर कुम्हारों की मोड़ गंगाशहर व ससुराल बीदासर में है। डिलीवरी डॉ खुश्बू जोशी ने करवाई। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ विजयपाल सुनिया ने बताया कि प्रसूता व नवजात बच्ची स्वस्थ है।
बता दें कि गंगाशहर का यह सैटेलाइट अस्पताल आजादी से पहले का है। पुरानी लाइन के चोपड़ा परिवार ने 1940 में अपनी जमीन पर यह अस्पताल बनवाया। तब यह अस्पताल प्राइवेट था तथा समस्त संचालन भी चोपड़ा परिवार द्वारा किया जाता। बाद में 1963 में भट्टड़ परिवार ने पुनर्निर्माण करवाकर अस्पताल सरकार को सौंप दिया। सरकारीकरण के बाद यहां प्रसूती सेवाएं शुरू हुई, मगर कुछ समय बाद ही यहां किलकारी गूंजना बंद हो गई।
गंगाशहर नागरिक परिषद की गंगाशहर ईकाई के चेयरमैन जतन लाल दूगड़ ने बताया कि 2006 में गंगाशहर नागरिक परिषद ने इस अस्पताल को गोद ले लिया। इसके बाद परिषद इस अस्पताल की देखरेख व चिकित्सा सुविधाओं में विस्तार हेतु लगातार प्रयास करता रहा है।
वहीं अस्पताल निर्माण सहयोगी पूनमचंद भट्टड़ के पुत्र शंकरलाल भट्टड़ ने कहा कि यह शुरूआत उनके पूज्य जनों की आत्मा को भी शांति प्रदान कर रही होगी। उन्होंने नागरिक परिषद के प्रयासों की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया। संपतलाल दूगड़ ने बताया कि 2018 में सांसद अर्जुन राम मेघवाल व विधायक सिद्धि कुमारी ने अपने अपने कोटे से प्रसूति सुविधाओं हेतु नव निर्माण करवाया था। महेंद्र चोपड़ा ने बताया कि नागरिक परिषद द्वारा प्रसूति विभाग में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ साथ वातानुकूलन का कार्य भी करवाया है। प्रसूति विभाग का लोकार्पण 12 मार्च 2024 को किया गया था। समाजसेवी मोहन सुराणा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अस्पताल के विकास हेतु हर संभव प्रयास किया जाएगा। परिषद की कोलकाता ईकाई के अध्यक्ष मदन मरोठी ने प्रसूति सेवाएं शुरू करवाने हेतु प्रिंसिपल डॉ गुंजन सोनी व अधीक्षक डॉ मुकेश वाल्मीकि का आभार व्यक्त किया। बच्छराज रांका ने बताया कि प्रसव करवाने वाली डॉ खुश्बू की टीम में नर्सिंग स्टाफ कल्पना यादव व संतोष आदि शामिल थीं। नागरिक परिषद के विश्वेश्वर भट्टड़ ने कहा कि नवरात्रा की सप्तमी को कन्या का जन्म होना शुभ संकेत है। इस दौरान अस्पताल में मिठाई वितरण कर बधाई दी गई।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।