सीएम भजनलाल धमकी प्रकरण में कार्यवाहक जेल अधीक्षक को हटाया
जयपुर, 18 जनवरी (हि.स.)। राजधानी जयपुर स्थित केन्द्रीय कारागार से बुधवार को एक बंदी द्वारा पुलिस कन्ट्रोल पर फोन कर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को गोली मारने की धमकी देने के मामले में कार्रवाई शुरू चालू हो चुकी है। पुलिस महानिदेशक जेल भूपेन्द्र दक से गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह ने घटना को लेकर पूरी रिपोर्ट मांगी हैं।
इस मामले में पुलिस महानिदेशक जेल ने बुधवार देर हेड वार्डन अजय सिंह राठौड़ व वार्डन मनीष कुमार यादव को निलंबित कर जयपुर से बाहर भेज दिया। जब तक इन दोनों की जांच नहीं होगी तब तक ये दोनों जिले में नहीं आएंगे। जेल में मोबाइल फोन पहुंचने के पीछे इन दोनों की ही जिम्मेदारी मानी जा रही है। वहीं गुरुवार सुबह कार्यवाहक जेल अधीक्षक ओम प्रकाश को भी हटा दिया हैं। ओमप्रकाश अगस्त 2023 से कार्यवाहक जेल अधीक्षक के पद पर लगे हुए थे।
जानकारी के अनुसार जिस बंदी ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया था उसे कुछ दिन पहले ही सेंट्रल जेल परिसर में स्थित जिला जेल से सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। पहले वह विचाराधीन चल रहा था और कुछ समय पहले उसकी सजा तय होने के बाद उसे बड़ी जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। उसका नाम मुन्ना बताया जा रहा है।
उधर इस मामले में लालकोठी थाने में केस दर्ज कराया गया है। लालकोठी पुलिस ने देर रात ही धमकी देने वाले आरोपितों को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले में एक नहीं तीन आरोपित हैं। एक जिसके पास फोन था, दूसरा जिसके पास सिम थी और तीसरा आरोपित फोन कर धमकी देने वाला था। उससे पूछताछ की जा रही है कि यह मोबाइल फोन कहां से और किसने दिया।
गौरतलब है कि जयपुर सेंट्रल जेल में पॉक्सो एक्ट में पांच साल से बंद बंदी ने बुधवार सुबह जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को गोली मारने की धमकी दी थी। इसके बाद सूचना मिलने पर पुलिस के आलाधिकारी सेंट्रल जेल पहुंचे और जांच पड़ताल करते हुए फोन करने वाले दो बंदियों से मोबाइल जब्त किये गये।
हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/संदीप
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