मतदान है महादान, मतदाता ऐसे जनप्रतिनिधि चुनें जो देश को विकास के रास्ते पर आगे ले जाएं : राज्यपाल

जयपुर, 25 जनवरी (हि.स.)। राज्यपाल कलराज मिश्र बुधवार को हरीश चन्द्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान में 13वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर राज्यस्तरीय समारोह आयोजित किया गया।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने मतदान को महादान बताते हुए मतदाताओं से आह्वान किया है कि मताधिकार का प्रयोग ऐसे जनप्रतिनिधि और सरकारों को चुनने के लिए करें, जो देश को विकास और प्रगति के पथ पर आगे ले जा सकें। उन्होंने एक-एक मत के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि एक मत योग्य जन प्रतिनिधि को चुन सकता है तो वहीं एक मत अयोग्य का भी चयन कर सकता है। इसलिए प्रत्येक नागरिक को अपने मत का प्रयोग समझदारी और पूर्ण सजगता से बगैर किसी से प्रभावित हुए करना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि वोट देना नागरिक का अधिकार होने के साथ-साथ कर्तव्य भी है। जागरूक मतदाता ही सशक्त, सहभागी और जीवंत लोकतंत्र का निर्माण करते हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक राष्ट्र है, तो इसका आधार भी मतदाता ही हैं। उन्होंने मतदान के प्रति लोगों विशेषकर नवमतदाताओं को जागरूक करने पर बल देते हुए कहा कि लोकतंत्र को सार्थक और जीवंत बनाने के लिए निर्वाचन की प्रक्रिया में लोगों की अधिकाधिक भागीदारी महत्वपूर्ण है।
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि हमारा संविधान हमारे देश की महान संस्कृति का जीवन दर्शन है। उन्होंने कहा कि संविधान की उद्देशिका ‘हम भारत के लोग’ से आरम्भ होती है, इसका मतलब है कि हमारे देश में संविधान की शक्ति सीधे जनता में निहित है और संविधान आमजन के ही आदर्शों एवं आकांक्षाओं को प्रकट करता है।
राज्यपाल मिश्र ने राज्य में निर्वाचन साक्षरता क्लबों की संख्या बढ़कर 71 हजार से अधिक होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए निर्वाचन प्रक्रिया संबंधी कार्यों में लगे सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सराहना की। उन्होंने मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्यक्रम में पंजीकृत 12 लाख से अधिक नव मतदाताओं को बधाई दी। उन्होंने इस बात पर भी खुशी जाहिर की कि नव पंजीकृत मतदाताओं को ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से जोड़ने में राजस्थान देश में अव्वल है।
राज्यपाल ने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा वोटर पोर्टल एवं मतदाता हेल्पलाइन एप की सुविधा दिए जाने से मतदाता सूचियों में पंजीकरण और अधिक सुगम बना है। उन्होंने एक अक्टूबर 2023 तक 18 वर्ष की आयु पूरी कर रहे सभी युवाओं से मतदाता पंजीकरण करवाने का आह्वान किया। उन्होंने मतदाता पंजीकरण के लिए अर्हता की चारों तारीखों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस तरह आगामी विधानसभा चुनाव तक लगभग 10 लाख युवा मतदाता निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़ सकेंगे। उन्होंने 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं तथा विशेष योग्यजनों को घर बैठे वोट डालने की सुविधा प्रदान किए जाने की पहल की भी सराहना की।
मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि मतदाताओं की लोकतंत्र में अधिकाधिक एवं प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करना जिला निर्वाचन अधिकारियों सहित निर्वाचन कार्य से जुड़े सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में सभी को भाग लेने के लिए प्रेरित करने के मकसद से सभी राजकीय कार्यालयों में निर्वाचन जागरूकता फोरम बनाए जाने के लिए निर्देशित किया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि इस वर्ष राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम ’मतदान जैसा कुछ नहीं, मतदान जरूर करेंगे हम’ रखी गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 से भारत निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने की शुरुआत की , जिसका मुख्य उद्देश्य नए मतदाताओं को जोड़ना और उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग और निर्वाचन विभाग द्वारा किए गए नवाचारों की जानकारी भी दी।
29 अधिकारी और कर्मचारी हुए राज्यस्तरीय पुरस्कार से सम्मानित
राज्यपाल मिश्र ने निर्वाचन संबंधी गतिविधियों में विशेष योगदान देने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, पर्यवेक्षक, बूथ लेवल अधिकारी एवं अन्य श्रेणी के 29 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया।
मतदाता जागरूकता प्रदर्शनी का अवलोकन किया
पूर्व में राज्यपाल ने मतदान से जुड़ी प्रदर्शनी में सभी की मतदान में भागीदारी सुनिश्चित करने के आह्वान का संदेश लिख कर उसका शुभारंभ किया।
उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में देश में निर्वाचन प्रक्रिया की अब तक की यात्रा को दर्शाया गया है। साथ ही, दिव्यांगजन, ट्रांसजेण्डर, युवाओं की निर्वाचन में बढ़ती भागीदारी को भी प्रदर्शनी में विशेष रूप से रेखांकित किया गया।
मतदाता शपथ दिलाई
राज्यपाल मिश्र ने उपस्थितजन को लोकतांत्रिक मर्यादाओं का पालन करते हुए बिना किसी प्रलोभन के मतदान करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से मतदाता जागरूकता शपथ दिलवाई। उन्होंने उपस्थितजन को संविधान की उद्देशिका का वाचन भी करवाया और मूल कर्तव्य पढ़कर सुनाए। उन्होंने मतदाता दिवस की थीम पर आधारित पोस्टर का लोकार्पण किया और प्रतीकात्मक रूप में दो नव पंजीकृत मतदाताओं को ईपिक कार्ड वितरित किये।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश
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