महात्मा गांधी अस्पताल: 11 वर्षीय बच्ची की रीढ़ की हड्डी की सर्जरी कर लकवाग्रस्त होने से बचाया

महात्मा गांधी अस्पताल: 11 वर्षीय बच्ची की रीढ़ की हड्डी की सर्जरी कर लकवाग्रस्त होने से बचाया


जोधपुर, 21 सितंबर (हि.स.)। शहर के महात्मा गांधी अस्पताल के चिकित्सकों ने 11 वर्षीय बच्ची को रीढ़ की हड्डी का जटिल ऑपरेशन कर नया जीवनदान दिया।

अस्थि रोग विभागध्यक्ष वरिष्ठ आचार्य डॉ. महेश भाटी ने बताया कि यह बीमारी जन्म पर में 1000 में से 1 बच्चे में पाई जाती है। भ्रूण अवस्था में रीढ़ की हड्डी के विकास में कुछ विकार उत्पन्न होने से, रीढ़ की हड्डी का एक हिस्सा कम विकसित होने लगता है। बाल्यावस्था में जैसे जैसे बच्चे की लंबाई बढ़ती है,यह विकार और बढऩे लगता हैं। रीढ़ की हड्डी में कूबड़ जैसा दिखने लगता है।नसों पर भी दबाव बढऩे लगता है। वयस्क अवस्था आते आते, लंबाई और बढऩे पर नसों पर खिंचाव और बढ़ता हैं और यह नस (स्पाइनल कॉर्ड ) पर ये खिंचाव एवं दबाव इन मरीजों में लकवे जैसे स्थिति उत्पन्न करता है। इन मरीजों का समय रहते उपचार करना अत्यावश्यक है ,नहीं तो आजीवन लकवाग्रस्त होने की संभावना रहती हैं। एक बार इस बीमारी का पता चलने पर इन बच्चों के विकास पर पूरी नजऱ रखी जाती है। इनका समय समय पर चिकित्सकीय परीक्षण किया जाता है एवं तेजी से होती कूबड़ मे वृद्धि परिलक्षित होने पर इन बच्चो का ऑपरेशन कर इस कूबड़ से निजात दिलाई जाती है ।

स्पाइन सर्जन डॉ. महेन्द्र सिंह टाक ने बताया कि बालोतरा निवासी 11 वर्षीय बच्ची के जन्मजात कूबड़ ( काइफोस्कोलियोसिस) को स्पाइनल ओस्टियोटोमी नामक ऑपरेशन करके सीधा किया गया । इस ऑपरेशन में 7 घंटे का समय लगा । ऑपरेशन में नर्व मॉनिटर तकनीक का उपयोग किया गया। ऑपरेशन के बाद मरीज पूर्णतया स्वस्थ हैं।

मॉडयूलर ऑपरेशन थियेटर तैयार:

मेडिकल कॉलेज प्रवक्ता प्रोफेसर डॉक्टर जयराम रावतानी ने बताया महात्मा गांधी अस्पताल में स्पाइन सर्जरी की उच्चस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध है, एवं इसके विस्तार के तौर पर एक नए मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। जिसका जल्द ही जनता की सेवा के लिए सुपुर्द किया जायेगा । मेडिकल कॉलेज प्रधानाचार्य वरिष्ठ आचार्य डॉ. दिलीप कच्छवाह एवम् अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजश्री बेहरा में सम्पूर्ण टीम को बढ़ाई दी। उन्होंने बताया कि चिरंजीवी योजना में ये ऑपरेशन पूर्णतया नि:शुल्क किया गया। आमतौर में इस ऑपरेशन में तकरीबन 5 से 7 लाख का खर्चा आता है।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप

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