भोजन-पानी की तलाश में फिर पहुंचा आबादी क्षेत्र में लेपर्ड
जयपुर, 8 दिसंबर (हि.स.)। राजधानी जयपुर के बजाज नगर स्थित एजी कॉलोनी में रविवार की देर शाम को लेपर्ड का मूवमेंट होता देख स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। इसके बाद लोगों ने वन विभाग की टीम को इसकी सूचना दी। सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन सोमवार दोपहर तक टीम को कोई सफलता प्राप्त नहीं हुई।
रेंज ऑफिसर जितेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि सोशल मीडिया से यह वीडियो मिलने पर वन विभाग टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया। हालांकि अभी तक लेपर्ड नहीं मिला है।
जानकारी के अनुसार लाल बहादुर कॉलोनी में रविवार को बजाज नगर एन्क्लेव, सरस्वती कॉलोनी और अनिता कॉलोनी के सीसीटीवी फुटेज में लेपर्ड घूमता हुआ दिखाई दिया। जहां लेपर्ड कभी घरों में घुसा, कभी गलियों से निकला। फुटेज वायरल होते ही कॉलोनियों में दहशत फैल गई। लोग सतर्क हो गए और वेलफेयर सोसायटी ने चेतावनी जारी कर दी। वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। लेकिन लेपर्ड हाथ नहीं आया।
रेंज ऑफिसर जितेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि यह एक वर्ष से भी कम उम्र का शावक है और अब मॉनिटरिंग टीमें लगातार निगरानी कर रही है। आशंका है कि शावक स्टेशन के पास नाले से होते हुए वापस जंगल की ओर चला गया। उसके जेएलएन रोड पार कर शिक्षा संकुल की ओर से होकर आने की भी आशंका जताई जा रही है, क्योंकि लंबे समय से एमएनआईटी में भी लेपर्ड की मूवमेंट हो रहा है।
अनिता कॉलोनी निवासी अरुण कुलश्रेष्ठ ने बताया कि सुबह करीब पांच बजे बजाज नगर एन्क्लेव कॉलोनी में मॉर्निंग वॉक कर रही एक महिला को लेपर्ड का एक शावक दिखा। उसे देखते ही महिला ने शोर मचाया। जिस पर शावक वहां से भाग गया। इसकी जानकारी आसपास की कॉलोनियों में तेजी से फैल गई। कुछ देर बाद यह शावक सरस्वती कॉलोनी से होता हुआ अनिता कॉलोनी पहुंचा। यहां दो घरों में घुसा, जिसका मूवमेंट सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया।
चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन केसी अरुण प्रसाद की ओर से गठित क्विक रिस्पॉन्स टीम और रेंजर जितेंद्र सिंह शेखावत की टीम मौके पर लगातार निगरानी कर रही है। टीम आधुनिक तकनीक, ट्रैकर्स और स्थानीय इनपुट की मदद से लेपर्ड के मूवमेंट को ट्रैक कर रही है।
उधर क्षेत्रवासियों ने भी सतर्कता बरतने की अपील की है। लोगों से कहा गया है कि वे सुबह-शाम सड़क पर अकेले टहलने से बचें, बच्चों को बाहर खेलने न भेजें और पालतू जानवरों को घर में ही रखें। वन विभाग ने भी लोगों से किसी भी मूवमेंट की जानकारी तुरंत कंट्रोल रूम को देने को कहा है।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार यह पूरा जोन झालाना लेपर्ड सफारी की परिधि से जुड़ा हुआ है। जहां पर करीब 40 से अधिक लेपर्ड रहवास करते हैं। जहां से भोजन और पानी की तलाश में लेपर्ड आवासीय क्षेत्रों में प्रवेश कर जाते हैं। पिछले कुछ दिनों में शहर के कई हिस्सों में लेपर्ड की मूवमेंट की घटनाएं बढ़ने से वन विभाग भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।
गौरतलब है कि राजधानी जयपुर में पिछले एक महीने में शहर में कई बार लेपर्ड के रिहायशी इलाकों में आने की घटना हो रही है। इस दौरान लेपर्ड सिविल लाइंस, गुर्जर की घाटी, विद्याधर नगर, शास्त्री नगर, चांदपोल, मोती डूंगरी इलाकों में देखे गए हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

