पीएमश्री संस्था प्रधान और शिक्षकों के लिए आयोजित तीन दिवसीय बूट कैंप का आयोजन
जयपुर, 19 दिसंबर (हि.स.)। राज्य के पीएमश्री विद्यालयों के संस्था प्रधानों एवं शिक्षकों के लिए आयोजित तीन दिवसीय एआईसीटीई इनोवेशन, डिज़ाइन एवं एंटरप्रेन्योरशिप बूट कैंप–2025 का समापन शुक्रवार को हुआ। स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की इनोवेशन सेल द्वारा आयोजित कार्यक्रम का उद्देश्य संरचित शैक्षणिक सत्रों एवं अनुभवात्मक शिक्षण के माध्यम से शिक्षकों में नवाचार-आधारित शिक्षा, डिज़ाइन थिंकिंग, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन तथा उद्यमशीलता की मानसिकता को विकसित करना रहा। बूट कैंप का आयोजन चौमू स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट में किया गया, जिसमें प्रदेश के 200 से अधिक पीएमश्री विद्यालयों के संस्था प्रधानों एवं शिक्षकों ने सहभागिता की। उल्लेखनीय है कि बूट कैंप के द्वितीय एवं तृतीय संस्करण का आयोजन क्रमशः सिरोही एवं उदयपुर में किया जाएगा।
बूट कैंप के अंतिम दिन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रेखा शर्मा ने अपने संबोधन में स्टार्टअप संस्कृति, नवाचार तथा विद्यार्थियों में आत्मविश्वास एवं नेतृत्व क्षमता के विकास पर विशेष जोर दिया। उन्होंने संस्था प्रधानों एवं शिक्षकों से विद्यार्थियों के नए विचारों को आगे लाने एवं नवाचारों को व्यवहारिक स्तर पर क्रियान्वित करने का आह्वान किया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर बूट कैंप के सफल आयोजन में योगदान देने वाले प्रतिष्ठित वक्ताओं एवं प्रमुख हितधारकों को सम्मानित किया गया।
बूट कैंप के अंतिम दिन आयोजित विशेषज्ञ सत्रों में शीनू जैन, काव्या सैनी, प्रो. प्रीति शर्मा, मेंटर एवं आईटी कंसल्टेंट निकिता चौधरी तथा मोहम्मद मुस्तकीन ने एंटरप्रेन्योरशिप, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, ब्रांडिंग रणनीतियों एवं एआईसीटीई की विभिन्न पहलों पर उपयोगी जानकारी साझा की। इससे पूर्व प्रो. सत्यजीत चक्रवर्ती एवं प्रो. बिस्वजॉय चटर्जी ने शिक्षा में नवाचार एवं रचनात्मकता की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए अनुभवात्मक एवं गतिविधि-आधारित शिक्षण को सशक्त बनाने पर बल दिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

