छतरपुर : निजी स्कूलों की लापरवाही और कमियों पर प्रशासन का शिकंजा



छतरपुर, 05 अप्रैल (हि.स.)। नवीन शिक्षा सत्र 2025-26 प्रारंभ हाेते ही अभिभावकों से अशासकीय विद्यालयों द्वारा पुस्तकें, गणवेश व अन्य शैक्षिक सामग्री के एवज में अनुचित एवं अधिक कीमत वसूलने के संबंध में प्राप्त शिकायतों के बाद कलेक्टर पार्थ जैसबाल द्वारा अशासकीय विद्यालय डीपीएस, क्रिश्चियन, शीलिंग होम, सुमति एकेडमी, एडिफाई , डीसेन्ट स्कूल को कारण बताओ नोटिस जारी कर दाे दिवस में जवाब तलब किया गया है। तय समय में जवाब प्रस्तुत नहीं करने अथवा प्रस्तुत स्पष्टीकरण ठीक नहीं पाये जाने पर सख्त कार्यवाही की चेतावनी दी गई है।
कलेक्टर द्वारा शिकायतें मिलने के बाद स्कूलों के निरीक्षण के लिए दल गठित किए गए थे। एसडीएम अखिल राठाैर, डीपीसी अरूण शंकर पाण्डेय के नेतृत्व में स्कूलों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान स्कूलों में अनियमितताएं पाई गईं। निरीक्षण में भण्डार कक्ष में विक्रय हेतु पुस्तकें , ड्रेस एवं कापियां पाई गईं। कापियां एवं पुस्तकें कक्षावार बण्डल बनाकर रखे पाये गये। इसी प्रकार से स्कूल की ड्रेस मी भण्डार कक्ष में अलमारी एवं बोरियों में पैक रखी पाई गईं। जिससे खुलासा हाे रहा है कि यह सामग्री विद्यालय के काउन्टर से ही विक्रय की जाती है। दल के द्वारा माैके पर सामग्री की सूची एवं पंचनामा बनाया गया। प्रशासन द्वारा आयोजित पुस्तक मेले में उक्त स्कूल की पुस्तकें किसी भी स्टॉल पर उपलब्ध नहीं थीं।
हिन्दुस्थान समाचार / सौरव भटनागर