खंडवा में टला बड़ा हादसा, थोक मेडिकल स्टोर वाली दो मंजिला इमारत ढही, कोई हताहत नहीं
- निर्माण कार्य से कमजोर हुई बिल्डिंग की नींव
भोपाल/खंडवा, 18 दिसम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के खंडवा शहर के पड़ावा क्षेत्र में गुरुवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक दो मंजिला इमारत अचानक भरभराकर गिर गई। चंद सेकंड में पूरी बिल्डिंग मलबे में तब्दील हो गई। राहत की बात यह रही कि जिस इमारत में शहर का नामी थोक मेडिकल स्टोर संचालित था, वहां उस वक्त कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। साप्ताहिक अवकाश के कारण एक बड़ा हादसा टल गया।
जानकारी के अनुसार, यह घटना भैरव तालाब वार्ड की है, जहां इमारत से सटी जमीन पर नए मार्केट का निर्माण कार्य चल रहा था। बताया जा रहा है कि गहरी खुदाई के चलते मेडिकल स्टोर की इमारत की नींव कमजोर हो गई थी। गिरने से पहले अचानक धूल का गुबार उठा, जिसे देखकर आसपास के लोग सतर्क हो गए और निर्माण कार्य में लगे तीन मजदूरों को समय रहते वहां से बाहर निकाल लिया गया।
प्रत्यक्षदर्शी शोएब ने बताया कि साइट पर तीन मजदूर काम कर रहे थे। धूल उड़ती देख उन्हें अंदेशा हुआ कि इमारत गिर सकती है। शोर मचाने पर मजदूर तुरंत बाहर निकल आए और करीब 15-20 मिनट बाद इमारत ढह गई। स्थानीय निवासी दिलीप यादव के अनुसार, यह दो मंजिला भवन सतपाल सिंह चावला का था, जिसमें उनका थोक मेडिकल स्टोर संचालित होता था। आमतौर पर यहां दिनभर 10 से 12 लोगों की मौजूदगी रहती है, जबकि दोपहर के समय यह संख्या 20 से 25 तक पहुंच जाती है। मकान मालिक के भतीजे अमृतपाल सिंह चावला ने बताया कि इमारत की अनुमानित कीमत करीब एक करोड़ रुपए थी, जबकि मेडिकल स्टोर और अन्य नुकसान को मिलाकर कुल क्षति लगभग पांच करोड़ रुपए आंकी जा रही है।
इमारत से सटे निर्माण कार्य को लेकर कॉम्प्लेक्स बना रहे खैराज लालवानी ने बताया कि करीब तीन हजार स्क्वायर फीट जमीन पर मार्केट का निर्माण प्रस्तावित है। इंजीनियरों की सलाह पर नींव की खुदाई की जा रही थी, जो बेसमेंट के लिए नहीं बल्कि मजबूत फाउंडेशन के उद्देश्य से की गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण से जुड़ी सभी अनुमति के लिए नगर निगम में आवेदन किया जा चुका है और अधिकारी निरीक्षण भी कर चुके हैं।
वहीं, सिटी मजिस्ट्रेट बजरंग बहादुर ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पास में चल रहे निर्माण और भैरव तालाब के जलस्तर के कारण नींव कमजोर हुई। खुदाई वाले गड्ढे में तालाब का पानी भर गया था, जिससे पास की इमारत प्रभावित हुई। फिलहाल मलबा हटाने के निर्देश दिए गए हैं और पूरे मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / उम्मेद सिंह रावत

