भाेपाल मे यूथ कांग्रेस का हल्ला बाेल, सीएम आवास घेरने जा रहे कार्यकर्ताओं काे पुलिस ने राेका
भोपाल, 30 अगस्त (हि.स.)। । मध्य प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी, नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता घोटाला सहित युवाओं की समस्याओं को लेकर मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस ने शुक्रवार को भोपाल में जंगी प्रदर्शन किया। प्रदेशभर से आए यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता रोशनपुरा चौक पर एकत्र हुए और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने निकले। युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष मितेंद्र सिंह की अगुआई में यह प्रदर्शन हो रहा है। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को बेरिकेड लगाकर रोका। भारी पुलिसबल मौके पर तैनात है।
इस प्रदर्शन में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र दर्शन सिंह यादव आदि शामिल हुए। आंदोलन में पुलिस ने जगह-जगह बेरिकेडिंग कर रखी है। इस दाैरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी बेरिकेड पर चढ़ गए। पुलिस ने वाटर कैनन चलाया। पानी के प्रेशर से जीतू पटवारी नीचे गिर गए। पुलिस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर बस में भरकर ले गई। जीतू पटवारी ने कहा कि युवाओं के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार धोखेबाजी कर रही है। नर्सिंग कॉलेज घोटाला सबके सामने है। ना तो युवाओं को रोजगार मिला है और ना ही स्वरोजगार। उन्हाेंने आराेप लगाते हुए कहा कि ये सरकार मोहन यादव और बीजेपी की सरकार नहीं माफियाओं की सरकार है। कार्यकर्ता अपने खून की आखिरी बूंद तक जातिगत जनगणना की लड़ाई लड़ेगा। किसानों की एमएसपी, धान और सोयाबीन के दाम और ढाई लाख नौकरियां जब तक सरकार नहीं देगी, खून की आखिरी बूंद तक संविधान की रक्षा की लड़ाई लड़ी जाएगी। बहनों और दलितों पर अत्याचार इस सरकार में हो रहा है।
यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा कि हम युवाओं के लिए रोजगार, नौकरी मांग रहे हैं। पिछले पांच साल में 20 एग्जाम हुए। 30 हजार लोगों को अपाइंटमेंट दिया। अब तक एक भी जॉइन नहीं हुआ। सरकार हम पर लाठी चला रही हैं।
यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र दर्शन सिंह ने बताया, यूथ कांग्रेस ने दो महीने पहले 'क्या हुआ तेरा वादा' अभियान शुरू किया था। इसमें करीब साढे़ चार लाख युवाओं ने पोस्ट कार्ड लिखकर समस्याएं बताई हैं। प्रदेश की भाजपा सरकार ने युवाओं से कई बार रोजगार के वादे किए, पर किसी को पूरा नहीं किया। स्वरोजगार की योजनाएं केवल कागजों पर चल रही हैं। बक्से और बोरियों में भरकर ये पोस्ट कार्ड जो युवाओं ने लिखकर भेजे हैं वो मुख्यमंत्री जी को देने के लिए जाएंगे। इसके अलावा लाड़ली बहनों को आवास देने की घोषणा की, पर उसकी योजना तक नहीं बनी। सरकारी नौकरी की परीक्षा फॉर्म फीस माफ नहीं की गई और न ही नर्सिंग घोटाले के आरोपितों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की गई। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी भी नहीं मिली है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे
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