अशोकनगर: प्रसिद्ध करीला मंदिर 15 दिनों से है अंधकारमय

अशोकनगर: प्रसिद्ध करीला मंदिर 15 दिनों से है अंधकारमय
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अशोकनगर: प्रसिद्ध करीला मंदिर 15 दिनों से है अंधकारमय


अशोकनगर, 17 फरवरी (हि.स.)। जिले का प्रसिद्ध करीला स्थित मां जानकी मंदिर 15 दिनों से बिजली के अभाव में अंधकारमय है। एक तरफ प्रशासन करीला में आगामी माह में रंग पंचमी पर भरने वाले मेला उत्सव की तैयारियों में जुटा हुआ है, वहीं मंदिर की बिजली 15 दिनों से बंद है और मां जानकी अंधेरे में बैठी हुईं है।

जानकारी अनुसार मंदिर की बिजली जो पिछले दिनों से बंद है उसके पीछे मंदिर प्रबंधन समिति पर बिजली कम्पनी का 14 लाख रुपये बिजली बिल बकाया होना कारण बताया गया है, प्रबंधन समिति के द्वारा बिजली बिल जमा करने के कोई प्रयास नहीं किए गए, जिस कारण से बिजली कनेक्शन काट दिया गया है।

विद्युत वितरण केन्द्र बहादुरपुर के प्रभारी जेई माहेश्वर सिंह ने बताया कि करीला मंदिर के पास कुल 6 बिजली कनेक्शन हैं। जिन पर बकाया बिल की राशि 14 लाख से अधिक हो गई है। कंपनी द्वारा बार-बार मंदिर प्रबंधन समिति के समक्ष बिल जमा करने के लिए आग्रह किया गया था किंतु जब बिल जमा नहीं किया गया तो अंतत: बिजली कनेक्षन बंद करना पड़ा। जिससे बीते पंद्रह दिनों से मां जानकी मंदिर करीला परिसर में अंधेरा पसरा हुआ है। यह स्थिति तब है जब महज डेढ़ माह बाद करीला में विषाल वार्षिक मेला आयोजित होगा। जिसमें देशभर से लाखों श्रद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं।

हर साल करीब एक करोड़ का चढ़ावा:

करीला मंदिर प्रबंधन समिति जिले के धार्मिक प्रबंधन समितियों में धनाढ्य मानी जाती है। इस मंदिर पर वर्ष भर में बारह पूर्णिमा मेला और रंगपंचमी पर तीन दिवसीय वार्षिक मेला आयोजित होता है। मंदिर में एक वर्ष में कम से कम 6 बार दानपेटियों को खोलकर गिनती की जाती है। बीते वर्ष करीब एक करोड़ रुपए का चढ़ावा मंदिर को विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त हुआ था। बिजली कंपनी के अनुसार बीते वर्ष भी मेला के समय बिजली सप्लाई बंद करने के बाद प्रबंधन समिति द्वारा बिलों के बकाया का भुगतान किया गया था।

अंधेरा होने से बढ़ीं आपराधिक वारदातें:

करीला मंदिर की दूरी बहादुरपुर पुलिस थाने से करीब सत्रह किलोमीटर है। पहाड़ी पर बने इस मंदिर के आसपास एक सैकड़ा से अधिक स्थाई दुकानें हैं। पहाड़ी से नीचे विदिशा जिले की सीमा लग जाती है। मंदिर में नृत्यांगनाओं द्वारा राई नृत्य किया जाता है। पंद्रह दिन से पहाड़ी पर अंधेरा होने के कारण आपराधिक वारदातें बढ़ गई हैं। जिनमें मारपीट, छीना-झपटी और अभद्रता जैसे प्रकरण षामिल हैं। हालांकि अब तक एक भी वारदात की शिकायत पुलिस के पास नहीं पहुंची है।

हिन्दुस्थान समाचार/ देवेन्द्र ताम्रकार/मुकेश

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