अनूपपुर : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पुत्र-पुत्रवधू मां नर्मदा की परिक्रमा करते हुए अमरकंटक पहुंचे
अनूपपुर, 30 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पुत्र डॉ. अभिमन्यु यादव एवं पुत्रवधू डॉ. इशिता यादव मां नर्मदा की परिक्रमा करते हुए सोमवार दोपहर अमरकंटक पहुंचे। अमरकंटक आगमन पर उन्होंने सर्किट हाउस में कुछ समय विश्राम किया, इसके पश्चात माई की बगिया पहुंचकर विधिवत पूजा-अर्चना की और मां नर्मदा परिक्रमा के लिए तट परिवर्तन किया। मंगलवार को वे आगे की यात्रा के लिए अमरकंटक से रवाना हो गए।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पुत्र, पुत्रवधू सहित परिवारजनों ने 22 दिसंबर को ओंकारेश्वर से मां नर्मदा की परिक्रमा प्रारंभ की थी। इस पावन यात्रा में उनके साथ मुख्यमंत्री की बेटी, दामाद, बड़े भाई और भाभी भी शामिल हैं। परिक्रमा यात्रा के अंतर्गत सोमवार को वे अमरकंटक पहुंचे, जो मां नर्मदा का उद्गम स्थल होने के कारण विशेष धार्मिक महत्व रखता है।
अमरकंटक पहुंचने के बाद डॉ. अभिमन्यु यादव एवं डॉ. इशिता यादव ने सर्वप्रथम मां नर्मदा मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। सोमवार की शाम उन्होंने श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ मां नर्मदा का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद माई की बगिया में विधिविधान से पूजा कर परिक्रमा के नियमानुसार तट परिवर्तन किया, जो नर्मदा परिक्रमा की एक महत्वपूर्ण परंपरा मानी जाती है।
इस अवसर पर उनके साथ मुख्यमंत्री की बड़ी बहन डॉ. आकांक्षा यादव, जीजा, बड़े भाई वैभव यादव एवं भाभी भी मौजूद रहे और सभी ने सामूहिक रूप से मां नर्मदा की आराधना की। परिवार के सदस्यों ने धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेकर आध्यात्मिक लाभ प्राप्त किया।
पूजा-अर्चना के पश्चात वे सभी नर्मदे हर सेवा न्यास पहुंचे, जहां उनका आत्मीय स्वागत किया गया। नर्मदे हर सेवा न्यास में कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल, रामगोपाल द्विवेदी, ओमप्रकाश अग्रवाल, प्रदीप खत्री, उमेश पाण्डेय एवं विक्की द्विवेदी सहित अन्य गणमान्यजनों ने उनका अभिनंदन किया। यहां लगभग आधे घंटे तक उन्होंने समय बिताया और धार्मिक व सामाजिक विषयों पर चर्चा की।
नर्मदा परिक्रमा के इस पड़ाव के बाद मुख्यमंत्री के पुत्र–पुत्रवधू एवं उनके साथ चल रहे परिजन मंगलवार को अमरकंटक से आगे की परिक्रमा यात्रा के लिए रवाना हो गए। उनका यह धार्मिक यात्रा कार्यक्रम पूरी तरह सादगी, श्रद्धा और पारंपरिक विधि-विधानों के साथ संपन्न हो रहा है, जिसे लेकर श्रद्धालुओं में भी विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला

