मप्र: ग्वालियर में तानसेन समारोह की पूर्व संध्या पर आज सजेगी पूर्वरंग “गमक” संगीत सभा

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मप्र: ग्वालियर में तानसेन समारोह की पूर्व संध्या पर आज सजेगी पूर्वरंग “गमक” संगीत सभा


- सुविख्यात पार्श्व और सूफी गायिका जसपिंदर नरूला की होगी प्रस्तुति

ग्वालियर, 14 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश की संगीतधानी ग्वालियर में तानसेन समारोह की पूर्व संध्या पर आज रविवार को सायंकाल लगभग 6 बजे हजीरा स्थित इंटक मैदान में पारंपरिक रूप से पूर्वरंग “गमक” संगीत सभा सजेगी। “गमक” की सभा विश्व विख्यात सूफी गायिका, पार्श्व गायिका एवं शास्त्रीय संगीत गायिका जसपिंदर नरूला की प्रस्तुतियों से गुलजार होगी।

दुनियाभर में सूफियाना, सुगम संगीत व फिल्मी पार्श्व गायन का परचम लहरा रहीं जसपिंदर नरूला बॉलीवुड फिल्मों में भी कई हिट गीत गा चुकी हैं। उनके सूफियाना कलाम, भजन एवं गीतों से रविवार, 14 दिसम्बर की शाम संगीतमय होगी। राज्य शासन के संस्कृति विभाग द्वारा जिला प्रशासन, नगर निगम व पुलिस के सहयोग से आयोजित हो रहे तानसेन समारोह की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। समारोह में शहर के जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, संगीत प्रेमियों एवं पत्रकारगणों को आमंत्रित किया गया है। समारोह पूर्णत: नि:शुल्क है।

15 से 19 दिसम्बर तक होगा शास्त्रीय संगीत का शीर्षस्थ महोत्सव का आयोजन

भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश व दुनिया का सर्वाधिक प्रतिष्ठित महोत्सव “तानसेन संगीत समारोह” संगीतधानी ग्वालियर में 15 से 19 दिसम्बर तक आयोजित होगा। मुख्य समारोह के एक दिन पहले 14 दिसम्बर को सायंकाल इंटक मैदान में समारोह के तहत पूर्वरंग “गमक” का आयोजन होगा। समारोह के तहत 15 दिसम्बर को प्रात:काल तानसेन समाधि पर परंपरागत ढंग से शहनाई वादन, हरिकथा एवं मिलाद गायन होगा। इस दिन सायंकाल औपचारिक रूप से समारोह का शुभारंभ होगा।

मुख्य समारोह में 10 संगीत सभाएँ होंगी

तानसेन संगीत समारोह में इस साल 10 संगीत सभाएं होंगी। पहली सभा 15 दिसंबर को सायंकाल तानसेन समाधि परिसर में बनाए गए भव्य मंच पर सजेगी। इसी सभा में राष्ट्रीय तानसेन अलंकरण एवं राजा मानसिंह तोमर सम्मान समारोह आयोजित होगा। इसके बाद हर दिन यहीं पर प्रातः एवं सायंकालीन सभाएं होंगी। समारोह के तहत 18 दिसम्बर को प्रात:काल 10 बजे से दो संगीत सभायें समानांतर रूप से सजेंगीं। समारोह के आखिरी दिन यानि 19 दिसंबर को प्रातःकालीन सभा संगीत शिरोमणि तानसेन की जन्मस्थली बेहट में और इस साल के समारोह की अंतिम संगीत सभा सायंकाल गूजरी महल परिसर में सजेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे

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