(अपडेट) अनूपपुर: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विवि में प्रोफेसर को बर्खास्त करने की मांग, छात्रों ने परिषर में किया प्रर्दशन
पीडित छात्रा ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री से की शिकायत
अनूपपुर, 17 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक में अध्यनरत छात्रा ने विश्वविद्यालय के ही प्रोफेसर पर छेड़छाड़ करने तथा अनुचित दबाव बनाने तथा उसकी बात ना मानने पर शैक्षणिक कार्य में परेशान किए जाने की धमकी देने के आरोप लगाते हुए मामले की शिकायत अमरकंटक थाने में दर्ज कराई थी। इसके बाद इसी मांग को लेकर के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने बुधवार की दोपहर कुलसचिव कार्यालय के बाहर प्रोफेसर के विरुद्ध कार्यवाही की मांग किए जाने को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए बर्खास्त कर अपराध दर्ज किए जाने की मांग करते हुए ज्ञापन सौपा हैं।
छात्रा बोली- अश्लील कृत्य, मांग नहीं मानने पर बदनाम करने की धमकी
पीड़ित छात्रा ने वीडियो जारी कर बताया कि सोमवार शाम करीब 5 बजे डॉ. नयन साहू ने उन्हें वनस्पति विज्ञान विभाग के केबिन में बुलाया। प्रोफेसर ने ऐसी भाषा और व्यवहार में बात की, जो शिक्षक-छात्र संबंध की गरिमा के विपरीत थी। उन्होंने अश्लील कृत्य किया, अनैतिक प्रस्ताव भी दिया। छात्रा का आरोप है कि प्रोफेसर ने किसी को नहीं बताने की धमकी दी थी। छात्रा का आरोप है कि प्रोफेसर ने धमकी दी कि उनकी बात नहीं मानी तो वह उसे बदनाम कर देंगे। साथ ही करियर भी बर्बाद कर देंगे। प्रोफेसर ने खुद को विश्वविद्यालय के टीचर एसोसिएशन का महासचिव बताते हुए भी गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
प्रोफेसर के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग
छात्रा ने पुलिस से मांग की है कि आरोपी प्रोफेसर को उनसे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संपर्क से रोका जाए। साथ ही उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन या शैक्षणिक निर्णय प्रक्रिया से अलग किया जाए। छात्रा का कहना है कि उसने ईमेल के माध्यम से इसकी शिकायत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से भी की है। घटना के विरोध में दोपहर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ सभी छात्र और छात्राएं इकट्ठा होकर विवि परिसर की प्रशासनिक भवन के सामने धरने पर बैठ गए। वे यहां प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
प्रोफेसर बोले- पास होने के लिए छात्रा ने लगाया झूठे आरोप
वहीं इस पूरे मामले में प्रोफेसर नयन साहू का कहना है कि मेरे ऊपर लगे सभी आरोप झूठे हैं। छात्रा पास होने के लिए झूठे आरोप लगा रही है। मैंने अपनी पूरी बात अपने अधिकारियों को बता दी है। विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क अधिकारी रजनीश त्रिपाठी ने बताया कि इंटरनल कमेटी ने जांच रिपोर्ट कुलसचिव को दे दी है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला

