बुंदेल केसरी महाराजा छत्रसाल का संघर्षमयी जीवन युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी: नरेंद्र सिंह तोमर

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बुंदेल केसरी महाराजा छत्रसाल का संघर्षमयी जीवन युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी: नरेंद्र सिंह तोमर


बुंदेल केसरी महाराजा छत्रसाल का संघर्षमयी जीवन युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी: नरेंद्र सिंह तोमर


- विधानसभा अध्यक्ष ने पन्ना के धरम सागर तालाब परिसर में किया महाराजा छत्रसाल की अष्टधातु की प्रतिमा का अनावरण

पन्ना/भोपाल, 06 दिसम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि बुंदेल केसरी महाराजा छत्रसाल की राजधानी एवं हीरा, तालाब और मंदिरों की नगरी पन्ना में प्राचीन व ऐतिहासिक धरम सागर तालाब के किनारे छत्रसाल की प्रतिमा का अनावरण गौरवशाली क्षण है। इस गरिमामयी कार्यक्रम में नगरवासी भी साक्षी बनकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि बुंदेल केसरी महाराजा छत्रसाल का संघर्षमयी जीवन युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी है।

विधानसभा अध्यक्ष तोमर शनिवार को पन्ना नगर के धरम सागर तालाब परिसर में महाराजा छत्रसाल की अष्टधातु की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान के रूप में मान्यता प्राप्त पन्ना भगवान जुगल किशोर की पावन स्थली तथा महाराजा छत्रसाल के गुरु प्राणनाथ की तपस्थली भी है। उन्होंने उपस्थितजनों को बधाई व शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर विस अध्यक्ष का तलवार एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर आत्मीय स्वागत किया गया।

विस अध्यक्ष तोमर ने कहा कि बुन्देलखण्ड महाराजा छत्रसाल की कर्मभूमि रहा है। भारत के कण कण में शंकर की भांति पन्ना के कण कण में हीरा की किवदंती प्रासंगिक है। इस ऐतिहासिक एवं प्रेरणादायी अवसर पर हमें सच्चे देशभक्त बनने का मजबूत संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराजा छत्रसाल का जीवन संघर्ष से भरा रहा है। सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने मुगल साम्राज्य के विरूद्ध अद्भुत शौर्य और पराक्रम दिखाया। मात्र 12 वर्ष की अल्पायु में पिता के स्वर्गवास के बावजूद उन्होंने आक्रमणकारियों को न सिर्फ परास्त किया, बल्कि बुन्देलखण्ड पर कब्जा भी जमाया। सीमित संसाधन एवं संख्या बल की कमी के बावजूद अपने संकल्प बल की दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ उन्होंने साहस और बहादुरी दिखायी।

विस अध्यक्ष तोमर ने कहा कि हमारा देश वीरों की भूमि है। महाराजा छत्रसाल जैसे वीर पुरूष बुन्देलखण्ड और हमारे लिए गौरव हैं। इस अवसर पर छत्रसाल की जन्म जयंती एवं पुण्य तिथि पर भी गरिमामय कार्यक्रम के आयोजन तथा नई पीढ़ी को छत्रसाल के संघर्षमय जीवन व पराक्रम पर केन्द्रित साहित्य के वितरण के लिए कहा। शैक्षणिक संस्थाओं के विद्यार्थियों को इस स्थान का भ्रमण कराने का आह्वान भी किया।

तोमर ने महाराणा प्रताप और वीर शिवाजी के शौर्य का भी जिक्र करते हुए कहा कि पूर्वजों के प्राणों के बलिदान की बदौलत भारत देश को आजादी मिली है। इसलिए हमें अपनी संस्कृति, मान्यता और परंपरा का संरक्षण करना भी नितांत आवश्यक है।

खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि यह कार्यक्रम मात्र प्रतिमा के अनावरण का कार्यक्रम नहीं है, बल्कि महाराजा छत्रसाल के संघर्ष को निरंतर स्मरण करने का अवसर भी है। आईकोनिक सिटी खजुराहो की भांति पन्ना नेशनल पार्क और मंदिरों में भी पर्यटकों का बड़ी संख्या में आगमन हुआ है। पन्ना टाईगर रिजर्व पर्यटकों का पसंदीदा पर्यटक स्थल बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि महाराजा छत्रसाल के नाम पर पन्ना नगर के स्टेडियम को विकसित किया जा रहा है। भविष्य में अटल पार्क का लोकार्पण होगा और यहां पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। उन्होंने पन्ना को स्वच्छ बनाने के लिए टीम भावना से कार्य करने का आह्वान भी किया।

पूर्व मंत्री एवं पन्ना विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने पन्ना में तीव्र गति से रेलवे परियोजनाओं के विकास और निर्माण कार्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 2100 करोड़ रुपये की एलिवेटेड रोड निर्माण शुरू करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। टाइगर कोरिडोर के जरिए पेंच, कान्हा और बाधवगढ़ टाइगर रिजर्व से पन्ना जुड़ेगा। कालिंजर-जबलपुर मार्ग का राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में उन्नयन के लिए प्रयास किया जा रहा है।

पन्ना विधायक ने कहा कि धरम सागर तालाब परिसर में महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा की स्थापना से वर्तमान में भी इतिहास पुरूष की झलक देखने को मिलेगी। छत्रसाल ने विपरीत परिस्थितियों में अपने हौसले बुलंद रखकर मात्र 22 वर्ष की आयु में बुन्देलखण्ड को फतह किया है। यह संदेश नई पीढ़ी तक पहुंचाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर विधायक ने स्वयं के बेनीसागर तालाब को गोद लेने की भांति सांसद से भी धरमसागर तालाब को गोद लेने का अनुरोध किया और निर्माणाधीन पाथवे सहित तालाब परिसर के प्रस्तावित सौंदर्यीकरण की जानकारी दी। उन्होंने यादवेन्द्र क्लब को डायमण्ड म्यूजियम की बजाय हेरीटेज होटल या रेस्टोरेंट की भांति विकसित करने की बात कही। साथ ही तालाब के बीच स्थित शिव मंदिर तक पहुंच मार्ग की आवश्यकता बताई। इसके अलावा डायमण्ड पार्क के साथ म्यूजियम की स्थापना, वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी को बढ़ावा देने के प्रयायों की जानकारी दी। कार्यक्रम में मुम्बई की प्लेबैक सिंगर इशिता विश्वकर्मा एवं शरद मलिक की टीम द्वारा गीत एवं भजनों की आकर्षक प्रस्तुति दी गई।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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