ग्वालियरः दुखियों के आँसू पोंछ रही है स्पॉन्सरशिप योजना…..
ग्वालियर, 8 सितंबर (हि.स.)। मुसीबतों से जूझ रहे संजय कुमार और असमय आए संकट से परेशान सिमरन के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और रोजमर्रा के खर्च का इंतजाम हो गया है। सरकार द्वारा असहाय व निराश्रित बच्चों की मदद के लिए संचालित स्पॉन्सरशिप योजना ने उन्हें आर्थिक संबल प्रदान किया है। इस योजना के तहत जल्द ही इनके बच्चों को प्रतिमाह 4000-4000 रुपये की आर्थिक सहायता मिलने लगेगी।
जनसम्पर्क अधिकारी हितेन्द्र सिंह भदौरिया ने रविवार को बताया कि श्रीनगर कॉलोनी ठाठीपुर निवासी संजय कुमार ने बीते रोज ट्राइसकिल से कलेक्ट्रेट पहुँचकर कलेक्टर रुचिका चौहान को अपनी व्यथा सुनाई। दु:खी मन से संजय कुमार बोले रेल दुर्घटना में मेरे दोनों पैर कट चुके हैं। घर में कोई कमाने वाला नहीं है, इससे मेरे दो बच्चों की पढ़ाई-लिखाई लगभग रूक सी गई है। मुझे आर्थिक मदद की जरूरत है। कलेक्टर ने संजय कुमार का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि चिंता न करें, सरकार द्वारा संचालित स्पॉन्सरशिप योजना से आपके दोनों बच्चों को हर माह चार – चार हजार रुपये की आर्थिक मदद दिलाई जायेगी। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी को जल्द से जल्द यह सहायता स्वीकृत कराने के निर्देश दिए हैं।
इसी तरह मैदाई मोहल्ला किलागेट ग्वालियर से अपनी वृद्ध सासू माँ के साथ पहुँचीं सिमरन डुडेजा ने कलेक्टर रुचिका चौहान को अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि पति के असमय निधन से हमारा परिवार असहाय हो गया है। घर में बूढ़ी सासू माँ और छोटी-छोटी दो बेटियां हैं। कमाई का कोई साधन नहीं है। इसलिए हम अपने बच्चों की फीस भी नहीं भर पा रहे हैं। कलेक्टर रुचिका चौहान ने सिमरन व उनकी सासू माँ को तसल्ली देते हुए कहा कि आपकी बेटियों की चिंता सरकार करेगी। जल्द ही आपकी दोनों बेटियों को स्पॉन्सरशिप योजना के तहत 4-4 हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से आर्थिक सहायता मिलने लगेगी।
ज्ञात हो कि ऐसे असहाय बच्चे जिनके माता-पिता का निधन हो गया है और घर में कमाने वाला नहीं है, उन बच्चों की मदद के लिये सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना चलाई जा रही है। इसी तरह ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता में से किसी एक का निधन हो गया है अथवा घर में कमाई का साधन नहीं है उन बच्चों की मदद के लिए स्पॉन्सरशिप योजना संचालित है। दोनों योजनाओं के तहत असहाय बच्चे को चार हजार रुपये प्रतिमाह सहायता प्रदान की जाती है।
दुखी मन से मदद की आस में कलेक्ट्रेट पहुँचे संजय कुमार और सिमरन व उनकी सासू माँ को जब आर्थिक सहायता का पुख्ता आश्वासन मिला तो इन सभी की आंखें खुशी से छलक आईं। कलेक्ट्रेट से घर के लिए लौटते समय इन सभी के चेहरे पर सुकूनदायी मुस्कान साफ झलक रही थी। इन सभी का कहना था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पॉन्सरशिप योजना शुरू कर असहाय बच्चों के सुखद भविष्य का रास्ता खोला है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर
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