छतरपुर:महात्मा की शरण में जाने से मिलते हैं परमात्मा के दर्शन: कथाव्यास बागेश्रर धाम में चल रहे श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ का तीसरा दिन
छतरपुर, 16 फ़रवरी (हि.स.)। इन दिनों बागेश्वर धाम में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ आयोजित किया जा रहा है। इस धर्म क्षेत्र में कथाव्यास के रूप में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री स्वयं अपने गांव में बालाजी को कथा सुना रहे हैं। कथा के तीसरे दिन महाराजश्री ने कहा कि धर्मात्मा की शरण में रहने से परमात्मा के दर्शन होते हैं।
कथा महोत्सव के तीसरे दिन महाराजश्री ने उपस्थित हजारों कथाप्रेमियों को श्रीमद् भागवत कथा के प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जो स्वयं के लिए कार्य करता है वह इंसान होता है लेकिन जो दूसरों के दुखों को दूर करने का मार्ग बताता है और परमात्मा से जोड़ता है वही महात्मा कहलाता है। महाराजश्री ने कहा कि प्रकृति ने जो 7 दिन बनाए हैं इस शरीर से इन्हीं 7 दिनों में प्राण निकलेंगे लेकिन प्राणों के निकलने के पहले जो पुण्य कार्य और सतकर्म किए जाएंगे वे आजीवन स्मरण रहेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/सौरभ भटनागर
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