सिकल सेल एक अनुवांशिकी बीमारी, जन जागरूकता आवश्यकः राज्यपाल पटेल

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सिकल सेल एक अनुवांशिकी बीमारी, जन जागरूकता आवश्यकः राज्यपाल पटेल


सिकल सेल एक अनुवांशिकी बीमारी, जन जागरूकता आवश्यकः राज्यपाल पटेल


सिकल सेल एक अनुवांशिकी बीमारी, जन जागरूकता आवश्यकः राज्यपाल पटेल


शहडोल, 29 दिसंबर (हि.स.)। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि देश, प्रदेश में सिकल सेल बीमारी पाई गई है, यह एक अनुवांशिकी बीमारी है। सिकल सेल बीमारी ज्यादातर जनजातीय क्षेत्रों के लोगो में पाई जाती है। सिकल सेल बीमारी को समूल नष्ट करने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। सिकल सेल बीमारी के प्रति लोगो को जागरूक करने की आवश्यकता है इसमें सभी नागरिक, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, विद्यार्थी सतत रूप से सहयोग करें।

राज्यपाल पटेल शुक्रवार को शहडोल प्रवास के दौरान यहां पंडित शंभूनाथ विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोगों को सिकल सेल बीमारी के प्रति जागरूक करना आवश्यक है। यह बीमारी जनजातीय क्षेत्रों में अधिसंख्य रूप में होती है और जिन्हें यह बीमारी होती है उसे भी बीमारी के संबंध में जानकारी नही होती है। सिकल सेल बीमारी की जॉच करवाना आवश्यक है, युवाओं की शादी करने से पहले माता-पिता सिकल सेल की जांच कराएं तथा अगर युवक और युवती में सिकल सेल की बीमारी पाई जाती है तो ऐसे युवाओं की शादी नही करें।

उन्होंने कहा कि सिकल सेल बीमारी में हड्डी डेढ़ी-मेढ़ी, शरीर पतला और बुखार जैसे लक्षण है इस बीमारी की जानकारी मरीज को नही होती है। मरीज की जांच करने के बाद ही मरीज को पता चलता है। प्रदेश में सिकल सेल बीमारी की जॉच की जा रही है। अभी तक प्रदेश में 10 लाख सिकल सेल के कार्ड वितरित किये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहडोल से ही राष्ट्रीय सिकल सेल निवारण अभियान की शुरूआत की थी। इस बीमारी 2047 तक समूल रूप से नष्ट करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सिकल सेल बीमारी को समूल रूप से नष्ट करने के लिए इसकी निरंतर जांच आवश्यक है तथा मरीजों को समुचित उपचार समय पर मुहैया हो, यह भी आवश्यक है। जिसके प्रयास निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।

राज्यपाल पटेल ने कहा कि युवा राष्ट्र निर्माण के सूत्रधार है। युवा समाज और देश के सर्वांगीण विकास में योगदान दें। युवा पढ़ाई के साथ-साथ लोगों में सिकल सेल बीमारी के प्रति जागरूकता पैदा करें और गांव-गांव जाकर कैंप लगाकर सिकल सेल की जांच करवाएं। जनप्रतिनिधि सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष सहित अन्य लोग भी सिकल सेल बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता लाने हेतु कैंप आयोजित करें।

उन्होंने कहा कि देश में नई शिक्षा प्रणाली प्रारंभ की गई है। इस प्रणाली से कॉलेज, स्कूलों में युवाओं को सस्ती एवं गुणवत्तायुक्त शिक्षा दिलाना है। इसका विस्तार कॉलेज, स्कूलों में बेहतर ढंग से किया जाएगा। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि जिंदगी में अपने माता-पिता को कभी नहीं भूलना चाहिए, क्योंकि माता-पिता अपने बच्चों को कठिनाईयों से शिक्षा दिलाते हैं। हमें उनका सदैव आदर एवं सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा देश के भविष्य है, उन्हें ऐसा कोई भी काम नहीं करना चाहिए, जिससे मातृभूमि, माता-पिता एवं गुरूजनों पर लांछन लगे।

दीक्षांत समारोह में सांसद हिमांद्री सिंह ने कहा कि छात्र-छात्राए नये-नये ऊचाइयों में पहुंचते हैं तो इससे केवल विद्यार्थियों की ही प्रगति नहीं होती, बल्कि विद्यालय एवं विश्वविद्यालय की भी प्रगति होती है। विद्यार्थी ही विद्यालयों के ब्रांड एम्बेसडर होते हैं। विद्यार्थी पढ़-लिखकर आगे सफलता अर्जित करते हैं, विद्यार्थी जब सफल होता है तो शिक्षक, प्रोफेसर को भी इसका श्रेय मिलता और विद्यालय का भी नाम रोशन होता है।

इससे पहले राजपाल मंगुभाई पटेल ने पंडित शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह का मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। राज्यपाल पटेल को विश्वविद्यालय के कुलपति राम शंकर ने स्मृति चिन्ह भेंट किया। राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह के अवसर पर विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल एवं उपाधि पत्र प्रदान किया।

दीक्षांत समारोह के अवसर पर 36 छात्रों को गोल्ड प्रदान किया गया। राज्यपाल ने पं. शंभूनाथ विश्वविद्यालय से पीएचडी धारकों को भी विभूषित किया। दीक्षांत समारोह के अवसर पर यूजी टापर्स में बीएमसी से समीक्षा श्रीवास्तव, जोया, जया वर्मा, मुस्कान जेठानी, जीनत अफजा, बीकाम से ईशा चेलानी, यशमिता गुप्ता, भारती सिंह बीए से मीनाक्षी सराफ, पूर्वा ठाकुर, सौरभ तिवारी, अनुष्का दुबे, पीएचडी की उपाधि गीता सिंह, अनुराधा शुक्ला, अलका सिंह परिहार, संदीप कमार पाण्डेय, मनीष महरा, गुलाम साबरी अहमद एवं शरीन बानो को गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। पीजी टापर्स में गोल्ड मेडल एमए से साक्षी मोंगरे, चिरंजीव चंद्रा, प्रशांत मिश्रा, कामिनी मिश्रा, आकांक्षा श्रीवास्वत, एमएसडब्ल्यू से दीपा पाण्डेय, शेन मसी, विशाखा चिहटोल, नीलू अनिल सिंह, आस्था गुप्ता सहित अन्य छात्र-छात्राओं को प्रदान किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

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