शिवपुरी : खेत में दवा छिड़कने नहीं गया तो दलित को जूते में भरकर पिलाई पेशाब, पुलिस बोली-आरोप गलत
- भीम आर्मी के पदाधिकारियों का आरोप जब चक्काजाम किया तब की एफआईआर
- भीम आर्मी का आरोप मारपीट के अलावा जूते में पेशाब भरकर पिला दी
शिवपुरी, 18 जुलाई (हि.स.)। शिवपुरी जिले के करैरा थानांतर्गत ग्राम बगेदरी में एक दलित युवक के साथ जूते में पेशाब भरकर पिलाने और उसकी मारपीट का मामला सामने आया है। इस मामले में आरोप है कि खेत में दवा छिड़कने नहीं गए युवक के साथ उसके गांव के एक ठाकुर व्यक्ति ने मारपीट कर दी। इतना ही नहीं मारपीट के अलावा जूते में पेशाब भरकर पिला दी। इस मामले में आर्मी ने भीम आर्मी के पदाधिकारी ने एक ठाकुर जाति के व्यक्ति पर इस तरह के आरोप लगाए हैं। हालांकि पुलिस ने इस मामले में विभिन्न धाराओं में मारपीट का मामला दर्ज किया है। शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ का कहना है कि इस मामले में दलित युवक के साथ मारपीट की वारदात हुई है। पेशाब पिलाने जैसी कोई घटना नहीं हुई है।
भीम आर्मी ने लगाए आरोप-
करैरा थानांतर्गत ग्राम बगेदरी में भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने गांव के एक ठाकुर पर दलित को जूते में पेशाब भरकर पिलाने के आरोप लगाते हुए कहा कि पहले पुलिस ने इस मामले में उचित धाराओं में कार्रवाई नहीं की। जो एफआइआर दर्ज की गई है, वह भी रोड पर चक्काजाम करने के बाद की गई। बताया जाता है कि ग्राम बगेदरी निवासी राजेश पुत्र सुल्तान जाटव उम्र 32 साल से 14 जुलाई को शाम करीब 6:00 बजे गांव के रामसिंह ठाकुर निवासी करैरा ने उसे रास्ते में रोककर कहा कि वह उसे खेत पर दवाई छिड़कने क्यों नहीं आया। इस पर राजेश ने उससे 500 रुपये मजदूरी की मांग की। राजेश का आरोप है कि इसके बाद रामसिंह ठाकुर ने उसे गालियां दीं तो वह वहां से घर की तरफ भाग आया, बाद में रामसिंह ने उसे उसके घर के दरवाजे पर लाठियों से मारापीटा और जूते में पेशाब भरकर पिलाई।
चक्काजाम किया तब की एफआईआर-
पीड़ित पक्ष का आरोप है कि 15 जुलाई को जब वह थाने पहुंचे तो पुलिस ने उनकी एफआइआर दर्ज नहीं की, अंतत: उन्हें सड़क पर चक्काजाम करना पड़ा, तब कहीं जाकर पुलिस ने देर शाम मामला दर्ज किया गया, लेकिन पीड़ित को मूत्र पिलाने के संबंध में जो धाराएं लगनी चाहिए थीं, वह नहीं लगाई गई हैं। भीम आर्मी ने मंगलवार को एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर उचित धाराओं में एफआइआर दर्ज करने सहित आरोपित की गिरफ्तारी की मांग की है। इस मामले में करैरा थाना प्रभारी विनोद छावई का कहना है कि मूत्र पिलाने संबंधी आरोप पूर्णत: निराधार हैं। यह मामला सिर्फ मारपीट का है। प्रारंभिक जांच में तो यह सामने आया है कि गांव में एक महिला से छेड़छाड़ किए जाने के बाद परिहार समाज के लोगों ने मारपीट की थी और परिहार समाज के लोग रामसिंह ठाकुर के यहां पर काम करते हैं। आगे विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / रंजीत गुप्ता / राजू विश्वकर्मा
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