शिवना ने किया शिव का जलाभिषेक

शिवना ने किया शिव का जलाभिषेक


क्षेत्र में हुई दो दिन की वर्षा के बाद शिवना उफान पर, कोई जनहानि नहीं

मंदसौर 17 सितम्बर (हि.स.)। दो दिन की लगातार बारिश के बाद शिवना नदी अपने उफान पर है। तेज बारिश के चलते सुबह से रात तक नदी पर बने कालाभाटा बांध के 5 गेट 6-6 फिट तक खोले गए। जलस्तर बढ़ने रात रविवार 12 बजे शिवना का जल भगवान भगवान पशुपतिनाथ के गर्भगृह में प्रवेश कर गया।

तेजी से बढ़ रहे जलस्तर से एक एक कर अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ चार मुख पूरी तरह डूब गए। शिवना के बढ़ते जलस्तर से मंदिर प्रबंधन समिति ने रात 10 बजे मन्दिर में रखे दानपात्र और जरूरी इलेक्ट्रिक उपकरण हटा लिए थे। रात में भगवान जलमग्न हुए तो मंदिर पहुंचने वाले सभी मार्ग बंद कर दिए गए मन्दिर के बाहर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

सुबह 7.30 बजे नदी का पानी उतरा उसके बाद प्रबंध समिति ने मंदिर की साफ - सफाई करवाई और प्रातः काल की आरती 8.30 बजे हुई। पानी उतरने के बाद मन्दिर में जमी गाद हटाने और साफ सफाई के बाद ही दर्शनार्थियों को मंदिर में दिया गया। शिवना जब रौद्र रूप में आती है तो भगवान पशुपतिनाथ के स्पर्श के बाद इसका वेग शांत हो जाता है। बाबा पशुपतिनाथ की प्रतिमा का शिवना के जल से अभिषेक करना मंदसौर वासियों के लिए शुभ माना जाता है। इस बार पहली बार है जब शिवना नदी पशुपतिनाथ का जलाभिषेक किया है।

हिन्दुस्थान समाचार/अशोक झलौया

/नेहा

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