ग्वालियरः सालिगराम बोले - हम जन-सुनवाई के ताजिंदगी आभारी रहेंगे…..
कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई में 175 लोगों की समस्याओं की हुई सुनवाई
ग्वालियर, 11 जून (हि.स.)। प्लॉट के नामांतरण का दस्तावेजों में अमल न हो पाने से सालिगराम परेशान रहते थे। अपने स्तर पर तमाम प्रयास करने के बाबजूद जब उनका काम नहीं बना तो वे कलेक्ट्रेट की जन सुनवाई में अपनी फरियाद लेकर पहुँच गए। जन सुनवाई में देखते ही देखते उनका काम हो गया। कलेक्टर रुचिका चौहान ने जब अमल कराकर उन्हें खसरे की नकल सौंपी तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने कहा कि मैं ताजिंदगी प्रदेश सरकार की जन-सुनवाई का आभारी रहूँगा।
दरअसल, लोकसभा चुनाव की वजह से लम्बे अरसे बाद मंगलवार को हुई कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई में लगभग 175 आवेदक अपनी-अपनी फरियाद लेकर पहुँचे थे। हाथीखाना रोड़ मुरार कैन्ट क्षेत्र के निवासी सालिगराम राठौर ने मेहनत की कमाई से अपनी धर्मपत्नी सावित्री देवी राठौर के नाम से शहर के वार्ड-63 के अंतर्गत ग्राम मऊ के समीप 800 वर्गफीट का प्लॉट खरीदा था। प्लॉट के नामांतरण का आदेश भी हो चुका था, पर कागजों में अमल नहीं हो पा रहा था। उन्होंने अपनी यह व्यथा मंगलवार को जन-सुनवाई में पहुँचकर कलेक्टर रुचिका चौहान को सुनाई। कलेक्टर ने उनकी बात ध्यानपूर्वक सुनी और संबंधित तहसीलदार को बुलाकर उनके नामांतरण का अमल करा दिया। साथ ही खसरे की प्रति भी उन्हें सौंपी। इतनी आसानी से अमल हो जाने पर सालिगराम गदगद हो गए और जन-सुनवाई के प्रति धन्यवाद जाहिर करते हुए अपने घर लौटे।
कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई में लगभग 175 आवेदक अपनी-अपनी समस्यायें लेकर पहुँचे थे। कलेक्टर रुचिका चौहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार व टीएन सिंह सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने एक- एक कर सभी आवेदकों की समस्यायें सुनीं। साथ ही उनके आवेदनों के निराकरण की रूपरेखा तय की। जनसुनवाई में पहुँचे 175 आवेदनों में से 108 आवेदन दर्ज किए गए। शेष आवेदन सीधे ही संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द निराकृत करने के लिये दिए गए।
कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई में जरूरतमंदों के इलाज का इंतजाम हुआ तो बहुत से लोगों की जमीन संबंधी समस्याओं के निराकरण की रूपरेखा तय की गई। इसी तरह अन्य विभागों से संबंधित आवेदनों को समय-सीमा के भीतर निराकरण करने के निर्देश कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को दिए।
बुजुर्गों, दिव्यांगों व महिलाओं को मिला “सारथी” का सहारा
अपने काम से कलेक्ट्रेट पहुँचे आम लोगों के बीच “सारथी” की चर्चा प्रमुखता से छाई थी। चलने-फिरने में कठिनाई महसूस करने वाले लोगों को पहाड़ी पर स्थित कलेक्ट्रेट तक पहुँचाने के लिए कलेक्ट्रेट की तलहटी में स्थित मुख्य द्वार पर जब “सारथी” वाहन खड़े मिले तो जरूरतमंद लोगों के चेहरे आश्चर्ययुक्त खुशी से चमकने लगे।
ठाठीपुर क्षेत्र से आए लगभग 80 वर्षीय बुजुर्ग सलीम खान, गोल पहाड़िया निवासी रामकिशन चौरसिया, जीवाजीगंज लश्कर क्षेत्र की निवासी लता, नीति व निशा एवं छुट्टा की बजरिया कम्पू से आईं पुष्पा रजक ई-रिक्शा पर बैठकर जन-सुनवाई में पहुँचीं। सभी जन प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन को धन्यवाद देते नहीं थक रहे थे।
इन सबका कहना था कि “सारथी” ने हम सबको बड़ा सहारा दिया है। कलेक्टर रुचिका चौहान की पहल पर जिला प्रशासन की ओर से दिव्यांगजन, वृद्धजन एवं गर्भवती महिलाओं के लिये टमटम (ई-रिक्शा) की व्यवस्था कराई है। इन वाहनों को “सारथी” नाम दिया गया है। “सारथी” वाहन हर मंगलवार को प्रात: 10.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक कलेक्ट्रेट की तलहटी में स्थित मुख्य द्वार पर उपलब्ध रहेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/मयंक
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।