नदियां हमारी सभ्यता का प्रतीक, इनका संरक्षण हम सभी का कर्तव्यः मंत्री प्रहलाद पटेल

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नदियां हमारी सभ्यता का प्रतीक, इनका संरक्षण हम सभी का कर्तव्यः मंत्री प्रहलाद पटेल


नदियां हमारी सभ्यता का प्रतीक, इनका संरक्षण हम सभी का कर्तव्यः मंत्री प्रहलाद पटेल


- पंचायत मंत्री अमरावद स्थित रीछन नदी के उद्गम स्थल पर जनसंवाद कार्यक्रम में हुए शामिल

रायसेन, 08 जून (हि.स.)। नदियां हमारी सभ्यता का प्रतीक हैं, इनका संरक्षण का हम सभी का कर्तव्य है। जिस जल से हमारी पीढ़ियां सम्पन्न हुईं हैं, उद्गम के उस स्रोत को सुरक्षित रखना हमारा नैतिक कर्तव्य है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रदेश में जल स्त्रोतों के संरक्षण, नदियों को उद्गम से पुनर्जीवित करने तथा उनके अविरल प्रवाह के लिए जल गंगा संवर्धन अभियान शुरू किया गया है। सभी नागरिक, समाजसेवी संगठन, समाज इस अभियान से जुड़कर जल स्रोतों के पुर्नजीवन, संरक्षण में सहभागी बनें।

यह बात प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम विभाग मंत्री प्रहलाद पटेल ने शनिवार को रायसेन जिले के अमरावद से निकलने वाली रीछन नदी (पलकमती) के उद्गम स्थल पर जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में नागरिकों को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम के प्रारंभ में उन्होंने रीछन नदी के उद्गम स्थल पर पूजा-अर्चना की। इसके उपरांत पौधरोपण भी किया।

मंत्री पटेल ने कहा कि जल स्त्रोतों के पुर्नजीवन एवं जल संरक्षण के लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करना होगा। जीवन के लिए पानी जरूरी है और पानी के लिए वृक्ष जरूरी है। इसलिए सभी वृक्ष जरूर लगाएं। सभी को जल स्रोतों को संरक्षित एवं संवर्धन करने का कार्य करना चाहिए जिससे कि हमारा जीवन भी सुरक्षित रहेगा और पशु-पक्षी भी सुरक्षित रहेंगे। हम दिन-रात जिस प्रकार से प्रकृति का दोहन कर रहे हैं, यह हम सबके लिए खतरनाक है।

पटेल ने कहा कि वृक्ष और मनुष्य एक दूसरे के पूरक हैं। वृक्षों के बिना मनुष्य का जीवन संभव नहीं है। वृक्ष हमें ऑक्सीजन देते हैं। उन्होंने कहा कि जल स्त्रोतों के पास कौन से पौधे लगाए जाएं, जो जल के स्त्रोत को प्रवाहमान बनाए रख सकें, इसके लिए हमें उन पौधों की भी जानकारी होनी चाहिए। ऐसी सूची बनाकर नागरिकों तक पहुंचाएं, जिससे उन्हें पता चल सके। यह भू-जल स्तर वृद्धि में सहायक सिद्ध होगा।

उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि जल स्रोतों के पास बहेड़ा, हर, आम, महूआ, नीम, खिन्नी, सेमर, बांस, बेल, केत आदि प्रकार के पेड़ लगाने चाहिए। उन्होंने सभी को जल स्त्रोतों के पुर्नजीवन तथा जल संरक्षण करने का संकल्प भी दिलाया। कार्यक्रम में सांची जनपद अध्यक्ष अर्चना पोर्ते सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, डिप्टी कलेक्टर मुकेश सिंह, जनपद सीईओ बंदू सूर्यवंशी, भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा भी उपस्थित रहे।

रायसेन, औबेदुल्लागंज, मण्डीदीप सहित सम्पूर्ण जिले में जल स्त्रोतों का किया जा रहा है जीर्णोद्धार

जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले के ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में कलेक्टर अरविंद दुबे के निर्देशानुसार जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं पुर्नजीवन के लिए कुओं, तालाब, बावड़ी सहित अन्य जल स्त्रोतों को उपयोगी बनाने हेतु साफ-सफाई तथा गहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में शनिवार को रायसेन स्थित मिश्र तालाब तथा पूरन तालाब में साफ-सफाई कार्य किया गया। औबेदुल्लागंज नगर में भी तालाब की साफ-सफाई कर उपयोगी बनाने हेतु जनप्रतिनिधियों तथा नगर परिषद के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा श्रमदान किया गया। इसी प्रकार मण्डीदीप नगर में भी तालाब तथा बावड़ी की साफ-सफाई और गहरीकरण का कार्य किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

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