मप्रः रतलाम का सीएम राइज विनोबा स्कूल विश्व के टॉप-3 स्कूल में शामिल
-स्कूल के नवाचार अनुकरणीयः मंत्री काश्यप
भोपाल, 19 सितंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के रतलाम जिला मुख्यालय स्थित शासकीय सीएम राइज विनोबा स्कूल ने इतिहास रच दिया है। शिक्षा में नवाचार करने के मामले में यह भारत का एक मात्र स्कूल है, जो दुनिया के टॉप- 3 स्कूलों में जगह बनाने में सफल रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में दिए जाने वाले सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार “द वर्ल्डस बेस्ट स्कूल प्राइजेस“ के अंतर्गत रतलाम के इस सरकारी स्कूल का चयन इनोवेशन केटेगरी में इस पुरस्कार के लिए हुआ है। वैश्विक संस्था “टी फोर एजुकेशन“ द्वारा इसकी घोषणा करने के बाद गुरुवार को स्कूल में जश्न मनाया गया।
दरअसल, यह पुरस्कार वैश्विक संस्था “टी फोर एजुकेशन“ द्वारा प्रदान किया जाता है। गत 13 जून को विनोबा स्कूल प्रथम 10 में चयनित किया गया था। विश्व भर के 100 देशों से हजारों आवेदन इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों के लिए प्राप्त होते हैं। यह पुरस्कार पांच कैटेगरी कम्युनिटी कोलैबोरेशन, एनवायरमेंटल एक्शन, इनोवेशन, ओवरकमिंग एडवर्सिटी, फॉर सर्पोटिंग हेल्दी लाइव्स के लिए दिए जाते हैं। वर्ल्डस बेस्ट स्कूल प्राइस 2024 की इनोवेशन कैटेगरी में रतलाम के सीएम राइज विनोबा स्कूल को ग्रेंज स्कूल यूके तथा स्टारफिश स्कूल थाईलैंड के साथ प्रथम तीन में एक जटिल प्रक्रिया द्वारा चयनित किया गया है। अब 24 अक्टूबर को तीनों स्कूलों में से पहले स्थान के लिए एक स्कूल का चयन होगा। अगर रतलाम का स्कूल टॉप आता है तो 10000 यूके डॉलर यानी 8 से 8.30 लाख रुपये स्कूल को मिलेंगे।
इस उपलब्धि पर प्रदेश के एमएसएमई मंत्री चैतन्य काश्यप ने विद्यालय परिवार को बधाई दी तथा महापौर प्रहलाद पटेल, नगर निगम परिषद अध्यक्ष मनीषा शर्मा, डीईओ केसी शर्मा के साथ स्वयं भी जश्न में भागीदारी की। कैबिनेट मंत्री चैतन्य काश्यप ने सीएम राइज योजना के उद्देश्य, क्रियान्वयन और आगामी कार्य-योजना पर प्रकाश डाला। उन्होंने विश्व स्तरीय विद्यालयों के निर्माण के शासन के प्रयासों की जानकारी देते हुए विनोबा स्कूल के नवाचारों को अनुकरणीय बताया। उन्होंने संस्था को हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया। उनके साथ स्टाफ, विद्यार्थी एवं उनके अभिभावकों ने भी गरबा नृत्य और गीतों के माध्यम से जश्न मनाया। इस दौरान तालियों की गड़गड़ाहट के साथ ही गणमान्यों एवं शहर के आम नागरिकों ने भी प्रशंसा की, जिन्हें विश्व स्तर पर मान्यता मिलने पर गर्व महसूस हुआ। यहां एक घंटे तक जश्न चलता रहा और बच्चे और उनके अभिभावक फूल और गुलाल से होली खेलते हुए नाचते रहे।
क्या है नवाचारी साइकिल आफ ग्रोथ
दो वर्ष पूर्व विनोबा स्कूल में ज्वाइन होने के बाद विद्यार्थियों की कम उपस्थिति और दक्षता में कमी की चुनौतियों पर संस्था के नवागत उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर ने वरिष्ठ शिक्षकों के साथ मिलकर “साइकिल आफ ग्रोथ मेकैनिज्म“ को प्लान किया। इसमें टीचर्स के प्रोफेशनल डेवलपमेंट के लिए टीम हडल और कैप्सूल ट्रेनिंग ,क्लासरूम मॉनिटरिंग, वन आन वन फीडबैक, रीवार्ड एंड रिकगनाईजेशन की नवाचारी सकारात्मक चक्रीय योजना बनाई। इस योजना में “विनोबा मॉडल आफ पेरेंटल एंगेजमेंट“, “कम्युनिटी एस ए लर्निंग रिसोर्स “, “इनोवेटिव आइडिया ऑफ ट्रैकिंग डाटा “, नियमित गतिविधियों का डिस्ट्रिब्यूटेड मॉडल, असेसमेन्ट की नई-नई विधियाँ आदि कईं नवाचार शिक्षकों के माध्यम से जुड़ते गए।
शिक्षकों के साथ टीम बिल्डिंग एक्टिविटी के बीच नियमित रूप से रोचक तरीके से संस्थागत विषयों पर रोल प्ले सहित अन्य उत्साह के वातावरण को बनाया। सतत रूप से नवाचार टीचिंग लर्निंग मटेरियल, प्रिंट रिच, स्टूडेंट डायरी, टीचर्स डायरी, हुक बैंक, मॉर्निंग मीटिंग, हडल स्पेस,एकेडमी संवाद में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ प्रेक्टिसेज जैसे नियमित उपक्रमों में भी किए गए , जिसके माध्यम से विद्यालय में सहजता से सीखने का वातावरण बना। स्कूल लीडरशीप टीम में प्राचार्य संध्या वोरा, उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर, प्रधान अध्यापक अनिल मिश्रा, सीमा चौहान, हीना शाह सहित अन्य शिक्षकों ने इस अवधारणा को नियमितता दी। स्टूडेंट लर्निंग शोकेस, कम्युनिटी फेस्टिवल में भागीदारी, स्टीम केंद्रित प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग जैसे नियमित आयोजन हुए। स्कूल शिक्षा विभाग म प्र ने विद्यालय के नवाचारों को नियमित प्रोत्साहन और समर्थन दिया।
उल्लेखनीय है कि सी एम राइज विनोबा रतलाम स्कूल शिक्षा विभाग म.प्र. द्वारा घोषित लाइट हाउस है तथा दो वर्षों में अपनी चुनौतियों को पार करके इस विद्यालय ने दक्ष विद्यालय का दर्जा, लगातार हर क्षेत्र में उत्कृष्ट परिणाम के साथ अन्य विद्यालयों और समाज के लिए प्रेरणापुंज का कार्य किया है।
चयन प्रक्रिया
विश्वव्यापी संस्था “टी फोर एजुकेशन“ द्वारा दुनिया भर के स्कूल्स से फरवरी 2024 तक विभिन्न केटेगरी में विस्तृत आवेदन के माध्यम से अपने इस वर्ष के प्रतिष्ठित पचास हजार यू एस डॉलर के पुरस्कार की चयन प्रक्रिया शुरू की। प्राप्त हजारों आवेदनों में से शार्ट लिस्ट स्कूल्स के रूप में विनोबा स्कूल के उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर का एक स्कूल लीडर के रूप में “इनोवेशन“ कैटेगरी में किये गए उल्लेखनीय कार्यो पर अंतरराष्ट्रीय शिक्षाविदों द्वारा कई दौर के ऑनलाइन साक्षात्कार लिए। यहां से पुनः चयनित होने पर दस्तावेज आधारित मूल्यांकन किया गया। इसके पश्चात उनके साथ शिक्षकों की विभिन्न स्तरों की ऑनलाइन परीक्षण बैठक के उपरांत पहले टॉप 10 और अंतिम रूप से टॉप-3 में चयन किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में विनोबा स्कूल के लीडर्स और सभी शिक्षक एक परिवार की तरह जुटे रहे। विद्यालय की इस सफलता पर प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षासंजय गोयल, लोक शिक्षण आयुक्त शिल्पा गुप्ता, लोक शिक्षण संचालक डीएस कुशवाह, जिला शिक्षा अधिकारी केसी शर्मा ने बधाई प्रेषित करते हुए भविष्य में इसे अन्य विद्यालयों के लिए प्रेरणादायी बताया।
हिन्दुस्थान समाचार / शरद जोशी
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर
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