रतलाम: रेल मंडल ने बीते वर्ष 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिफिकेशन होने का गौरव हासिल किया
रतलाम, 1 जनवरी (हि.स.)। बीते वर्ष में रतलाम रेल मंडल ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है और विकास में भी अव्वल रहा है। इसके अलावा मंडल ने अपने सभी ब्राडगेज मार्गों पर 100 प्रतिशत विद्युतीकृत होने का गौरव भी हासिल किया है । वहीं इंदौर-देवास-उज्जैन का दोहरीकरण का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। यह 80 कि.मी. लम्बा रेल खंड है।
रतलाम स्टेशन पर इलेक्ट्रॉ निक इंटरलॉकिंग (ई.आई.) एवं यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य काफी लंबे समय से किया जाना प्रस्तोवित था जिसे 25 दिसम्बर को पूरा किया गया।
इंदौर-दाहोद परियोजना कार्य प्रगति पर
दाहोद -इंदौर (बाया झाबुआ - धार) नई लाइन (204.76 द्मद्व) परियोजना के अंतर्गत टीही व धार के बीच कार्य प्रगति पर है। टिही- पीतमपुर खंड में दोनों तरफ से सुरंग का कार्य शुरू हो चुका हैढ्ढ पीतमपुर साइड से ब्लास्टिंग व खुदाई कार्य प्रगति पर है वही टीही की साइड से ब्लास्टिंग कार्य शुरू हो गया है। टीही से धार व कटवारा से झाबुआ के बीच अर्थ वर्क एवं ब्रिज निर्माण कार्य चल रहा है।
रतलाम -महू-खंडवा गेज कनवर्जन प्रोजेक्ट के अंतर्गत सनावद - खंडवा सेक्शन का कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा खंडवा बाईपास केबिन व खंडवा (5.92 द्मद्व) सेक्शन को भी जनवरी में पूर्ण कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त ओमकारेश्वेर के पास नर्मदा नदी पर पुल बनाने का कार्य भी प्रगति पर है ढ्ढ महू यार्ड में फार्मेशन व लिंकिंग वर्क भी शुरू किया जा चुका है इसके अलावा स्टेशन प्लेटफॉर्म व पैसेंजर शेड का कार्य भी प्रगति पर है।
यात्री सुख-सुविधा में वृद्धि
मंडल पर अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन इंदौर-भोपाल के बीच शुरू की गई हैं। स्थानीय लोगों की मांग एवं यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इंदौर से चलने वाली इंदौर भोपाल -इंदौर वंदे भारत एक्सएप्रेस ट्रेन का नागपुर स्टेशन तक विस्तोर किया गया। इसके अलावा प्रधानमंत्री द्वारा उदयपुर- जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चित्तौडग़ढ़ स्टॉपेज के साथ शुरु की गई। प्रधानमंत्री ने ही चित्तौडग़ढ़- नीमच नवदोहरीकृत लाइन को देश को समर्पित की है। नीमच -रतलाम दोहरीकरण कार्य के तहत विभिन्न खंडों में अर्थवर्क, स्टेशन भवन, पटरियां बिछाने सहित मेजर/माइनर पुलों का निर्माण कार्य शीघ्रता से किया जा रहा है।
स्थानीय उत्पादों को आम जनता के मध्यक प्रचारित करने के लिए ‘वन स्टेेशन-वन प्रोडक्टस’ के पायलेट प्रोजेक्ट को भारतीय रेलवे द्वारा लागू किया गया है। इसके तहत अभी तक रतलाम मंडल के कुल 18 स्टेवशनों इंदौर, उज्जैन, देवास, रतलाम, दाहोद, शुजालपुर, चित्तौेडग़ढ़, नीमच, मंदसौर, नागदा, सीहोर, मक्सी , फतेहाबाद चंद्रावतीगंज, जावरा, चंदेरिया, डॉ. आम्बेडकर नगर, निम्बारहेड़ा तथा लक्ष्मीदबाई नगर स्टेशनों पर ओएसओपी आउटलेट्स इंस्टॉवल किए जा चुके हैं।
रेलवे स्टेंशन पर यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी करने हेतु अमृत स्टेशन योजना के तहत मंडल के दाहोद, देवास, नागदा, अकोदिया, बेरछा, नीमच, खाचरोद, मक्सी, मेघनगर, सीहोर, शुजालपुर,लक्ष्मीनबाई नगर, लीमखेड़ा, चंदेरिया, मंदसौर एवं चित्तौेडग़ढ़ सहित कुल 16 स्टेशनों को उन्नत और पुनर्विकसित किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी
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