रतलाम: जिले की पांचों विधानसभा सीटों में से चार पर भाजपा तथा एक पर निर्दलीय (जयस) के उम्मीदवार विजयी
रतलाम, 3 दिसंबर (हि.स.)। जिले की पांचों विधानसभा सीटों में से चार सीटों रतलाम शहर, रतलाम ग्रामीण, जावरा तथा आलोट में भाजपा का परचम फहराया। जबकि गत चुनाव में जिले की पांचों सीटों में से मात्र तीनों सीटों रतलाम शहर,रतलाम ग्रामीण तथा जावरा पर भाजपा विजयी हुई थी।
जावरा से डा. राजेन्द्र पाण्डेय चौथी बार विधानसभा के लिए चुने गए, वहीं रतलाम शहर के भाजपा प्रत्याशी वर्तमान विधायक तीसरी बार विजयी हुए। आलोट विधानसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद डा. चिंतामण मालवीय काफी मतों से विजयी हुए। रतलाम ग्रामीण से मथुरालाल डामर दूसरी बार चुनाव जीते है। वहीं सैलाना विधानसभा क्षेत्र से जयस के नेता निर्दलीय उम्मीदवार कमलेश डोडियार ने चुनाव जीतकर लोगों को चौका दिया है। इस क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार दूसरी बार विजयी हुआ है। पहले कांग्रेस का टिकिट न मिलने पर प्रभुदयाल गेहलोत निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में चुनाव जीते थे।
जिले के सभी विधानसभा की मतगणना कला विज्ञान महाविद्यालय में प्रात: निर्धारित समय पर प्रारंभ हुई और दोपहर ढलते-ढलते सभी सीटों के परिणाम प्राप्त हो गए। पांचों सीटों पर जिन उम्मीदवारों ने बढ़त बना रखी थी वे अंत तक बढ़त बनाए रखकर चुनाव जीतने में सफल हो गए।
रतलाम से निर्वाचित भाजपा प्रत्याशी चेतन्य काश्यप 2013 में कांग्रेस प्रत्याशी अदिति दवेसर को 40305 मतों से पराजित कर विजयी हुए थे। वहीं 2018 में वे कांग्रेस की प्रेमलता दवे को 43 हजार 433 मतों से पराजित कर चुनाव जीते थे और इस बार तो इन्होंने 60 हजार 708 मत प्राप्त कर रिकार्ड मतों से चुनाव जीता। श्री काश्यप को 109656 मत मिले, जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी पारस सकलेचा को 48948 मत प्राप्त हुए। शेष सभी उम्मीदवारों की जमानत जप्त हो गई।
आलोट में भाजपा के डा. चिंतामणी मालवीय पूर्व सांसद 68 हजार 884 मतों से चुनाव जीते। उन्हें 106762 मत मिले , जबकि कांग्रेस प्रत्याशी वर्तमान विधायक मनोज चावला को 33565 मत प्राप्त हुए। वहीं पूर्व सांसद कांग्रेस के बागी प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू को कांग्रेस से अधिक मत प्राप्त हुए। उन्हें 37878 मत प्राप्त हुए।
जावरा में भाजपा के वर्तमान विधायक डा. राजेन्द्र पाण्डेय 26021 मतों से विजयी हुए। उन्हें 92019 मत प्राप्त हुए,जबकि कांग्रेस के वीरेन्द्रसिंह को 65998 मत प्राप्त हुए। वहीं इन दोनों उम्मीदवारों को जोर कराने वाले करणीसेना के जीवनसिंह निर्दलीय को 40766 मत प्राप्त हुए। इस विधानसभा में तीनों उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर थी। कोई भी यह लगाने में असमर्थ था कि कौन उम्मीदवार चुनाव जीतेगा। लेकिन डा. राजेन्द्र पाण्डेय की लोकप्रियता और पार्टी के पक्ष में वातावरण होने से वे अच्छे मतों से चुनाव जितने में सफल रहे।
रतलाम ग्रामीण में भाजपा के पूर्व विधायक मथुरालाल डामर 34324 मतों से विजयी हुए। उन्हें 102968 मत मिले, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी लक्ष्मणसिंह डिंडोर को 68644 मत प्राप्त हुए। डामर 2013 में भी चुनाव जीते थे उस समय उन्होंने 26969मतों से विधायक लक्ष्मीदेवी खराड़ी को पराजित किया था।
जिले की पांचों सीटों में से सैलाना का रिजल्ट चौकाने वाला रहा। यहां कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मंत्री के पुत्र विधायक हर्ष विजय गेहलोत को 4 हजार 618 मतों पराजित कर जयस के निर्दलीय उम्मीदवार कमलेश डोडियार ने सभी को चौका दिया। यहां भाजपा तीसरे स्थान पर रही। प्रत्याशी संगीता चारेल को 41584 मत मिले। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी हर्षविजय गेहलोत को 66601 मत मिले। निर्दलीय प्रत्याशी डोडियार 71219 मत प्राप्त हुए।
भाजपा मय हुआ रतलाम
जैसे-जैसे चुनाव परिणाम भाजपा के पक्ष में आने लगे। वैसे-वैसे भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल रहा और कार्यकर्ता भाजपा का झंडा लेकर जत्थे के रुप में जुलूस बनाकर निकले। चौराहों -चौराहों पर आतिशबाजी कर कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया।
चेतन्य काश्यप जीत की खबर सूनते ही मतगणना स्थल पर पहुंचे। जहां कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक उन्हें बधाई दी। उसके पास काश्यप को जुलूस को रुप में विभिन्न मार्गों से निकाला गया। जगह-जगह जोरदार स्वागत हुआ और जुलूस के रुप में ही वह अपने निवास पर पहुंचे। उनके साथ वाहन में भाजपा के जिलाध्यक्ष राजेन्द्रसिंह लुनेरा, महापौर प्रहलाद पटेल, मनोहर पोरवाल, बजरंग पुरोहित, प्रदीप उपाध्याय,निर्मल कटारिया सहित अन्य वरिष्ठ नेता उनके साथ उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी/मुकेश
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