रतलाम: पांचों विधानसभा सीटों पर 40 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे 11 लाख से अधिक मतदाता
रतलाम, 16 नवंबर (हि.स.)। जिले की पांच विधानसभाओं के लिये 11 लाख 1 हजार 741 मतदाता अपने मत का उपयोग करेंगे इनमें 5 लाख 50 हजार 811 पुरूष है, जबकि 5 लाख 50 हजार 894 महिला तथा थर्ड जेंडर 36 मतदाता है। जिले में महिला मतदाताओं की संख्या पुरूष की तुलना में अधिक है। जिले में कुल 1295 मतदान केंद्र बनाए गए है, इनमें 334 मतदान केंद्र क्रिटिकल (संवेदनशील) है। जहां यह मतदाता अपना मतदान का उपयोग कर 40 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। मतदान 17 नवंबर को प्रात: 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा।
जिले में पांच विधानसभा क्षेत्र है। रतलाम शहर, जावरा (सामान्य), रतलाम ग्रामीण तथा सैलाना (अजजा) एवं आलोट विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति आरक्षित है। इनमें रतलाम में 8 ,जावरा में 8, रतलाम ग्रामीण में 5, सैलाना में 10 तथा आलोट विधानसभा क्षेत्र में 9 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। इनमें भाजपा और कांग्रेस के अलावा निर्दलीय अन्य दलों के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे है।
रतलाम शहर विधानसभा में 259 मतदान केंद्र बनाए गए है। यहां 2 लाख 17 हजार 073 मतदाता है इनमें 1 लाख 78 हजार 14 पुरूष है तथा 1 लाख 9 हजार 254 महिला तथा 5 थर्ड जेंडर मतदाता है। इसके अलावा 136 सर्विस वोटर है।
जावरा विधानसभा में 275 मतदान केंद्र है। यहां 2 लाख 37 हजार 701 मतदाता है, इनमें 1 लाख 18 हजार 814 पुरूष है तथा 1 लाख 18 हजार 878 महिला तथा 9 अन्य मतदाता है एवं 228 सर्विस मतदाता है।
रतलाम ग्रामीण विधानसभा में 252 मतदान केंद्र है। यहां 2 लाख 13 हजार 753 मतदाता है। इनमें 1 लाख 69 हजार 954 पुरूष एवं 1 लाख 67 हजार 86 महिला तथा 13 अन्य मतदाता है एवं 143 सर्विस मतदाता है।
सैलाना विधानसभा में 256 मतदान केंद्र है। यहां 2 लाख 10 हजार 430 मतदाता है। इनमें 1 लाख 41 हजार 15 पुरूष एवं 1 लाख 63 हजार 15 महिला मतदाता है तथा 35 सर्विस मतदाता है।
आलोट विधानसभा में 253 मतदान केंद्र है। यहां 2 लाख 22 हजार 784 मतदाता है। इनमें 1 लाख 13 हजार 114 पुरूष एवं 1 लाख 9 हजार 661 महिला तथा अन्य 9 मतदाता है एवं 103 सर्विस मतदाता है।
निर्वाचन की समस्त तैयारी पूर्ण-कलेक्टर
कलेक्टर तथा जिला निर्वाचन अधिकारी भास्कर लक्षाकार ने पत्रकारों को बताया कि स्वतंत्र ,निष्पक्ष तता पारदर्शी रूप से निर्वाचन की समस्त तैयारियां पूरी की जा चुकी है। मतदान दलों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसलिए इस बार अतिरिक्त टेबलें लगाई गई है ताकि मतदान दलों को समय पर और व्यवस्थित तरीके से निर्वाचन सामग्री मिल सके।
लक्षकार ने बताया कि जिले में ऐसे मतदान केंद्रों पर इस बार फोकस किया जाएगा जहां पिछली वर्षों में मतदान प्रतिशत सबसे कम रहा है। नवाचार के तहत पांचों विधानसभाओं के ऐसे 10-10 मतदान केंद्रों पर मतदान करने वाले नवीन मतदाताओं को निर्वाचन कार्यालय द्वारा इस बार प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को मिलने वाले इस एप्रीसिएशन सर्टिफिकेट का उद्देश्य अधिक मतदान को प्रोत्साहित करना है। लोकतंत्र के महत्व को प्रतिपादित करने के साथ हमारा प्रयास है कि जिले में आधिकाधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करें। इसके अलावा प्रत्येक मतदान दल का अपने मतदान केंद्र पर पहुंचने पर स्वागत भी किया जा रहा है।
निर्वाचन व्यवस्थाओं के संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक सेक्टर ऑफिसर के साथ डॉक्टर की व्यवस्था की गई है। मतदान दलों को मतदान पश्चात मतदान सामग्री के लिए बेहतर व्यवस्थाएं रहेगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र हेतु 15 से 20 काउंटर लगाए जाएंगे।
कई राज्यों के सुरक्षा बल चुनाव ड्यूटी में तैनात-एसपी
पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा ने बताया कि विधानसभा निर्वाचन स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से संपन्न करने के लिए रतलाम जिले में 2356 पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। इसमें एसएएफ की 5 कंपनियां आई हैं। इसके अलावा हरियाणा होमगार्ड के 635 जवान, आईटीबीपी की एक कंपनी, गुजरात से होमगार्ड और सीआईएसएफ की चार कंपनी भी आई हैं। स्ट्रांग रूम सुरक्षा सीआरपीएफ के पास है। पीएचक्यू से 134 जवान आए हैं, साथ ही जिला पुलिस बल से 300 होमगार्ड है। जिले में 1416 विशेष पुलिस अधिकारी भी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा 113 सेक्टर मोबाइल दल रहेंगे वे पूरे क्षेत्र में भ्रमण करेंगे किसी भी घटना पर कार्रवाई करेंगे। 21 क्विक रिस्पांस टीम बनाई गई है जो नाम के अनुरूप त्वरित कार्यवाही करेंगी। जिले में सीमावर्ती क्षेत्रों पर निगरानी के लिए 21 एसएसटी तथा 21 एफएसटी टीमें कार्यरत है। जिले के 334 संवेदनशील मतदान केंद्रों पर ‘केन्द्रीय पुलिस बल तथा गुजरात पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। इन मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जा रही है। यहां सीसीटीवी लगाए गए हैं और माइक्रो आब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं।
एक रिजर्व मशीन रहेगी
निर्वाचन के दौरान ईवीएम वीवीपीट मशीनों के संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि किसी भी मशीन के खराब होने की स्थिति में उपयोग में लाने हेतु सेक्टर ऑफिसर के पास एक रिजर्व मशीन रहेगी। इनके अलावा भी अतिरिक्त मशीन रिजर्व में रखी गई हैं जो किसी भी मशीन के खराब होने की दशा में उपयोग की जा सकेंगी। रतलाम जिले में 160 वूमेन आर्गनाइज्ड बूथ भी बनाए गए हैं जिसमें सभी कार्मिक महिलाएं हैं। इनके साथ ही केवल दिव्यांग कर्मचारियों द्वारा ऑपरेट होने वाले भी एक-एक मतदान केंद्र सभी विधानसभाओं में हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी
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