रतलाम: पीएम आवास मिलने से खुश है लक्ष्मीबाई, आदिवासी क्षेत्रों में योजना ने बदला परिदृश्य
रतलाम, 14 फ़रवरी (हि.स.)। जिले के आदिवासी क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ने परिदृश्य को बदलकर रख दिया है। पहले इन आदिवासी क्षेत्रों में जहां कच्चे, छोटे टापरे दिखाई देते थे, वहीं अब प्रधानमंत्री आवास योजना की बदौलत पक्के मकान दिखाई देते हैं और उनमें रहने वाले आदिवासी परिवार खुशहाल हैं।
इन्हीं खुशहाल आदिवासी परिवारों में से एक है ग्राम पंचायत कनेरी की लक्ष्मीबाई़ का परिवार। जनपद पंचायत रतलाम के इस छोटे से ग्राम की रहने वाली लक्ष्मीबाई एक समय बहुत परेशान थी। उसके पति को विरासत में एक छोटी सी कच्ची झोपड़ी मिली थी। परिवार सर्दी, गर्मी, बरसात में तरह-तरह की परेशानियां से जूझता था। लेकिन लक्ष्मीबाई के जीवन में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण वरदान बनकर आई। जब ग्राम पंचायत ने उसको हितग्राहियों की सूची में सम्मिलित करके पीएम आवास योजना का लाभ प्रदान करते हुए 1 लाख 20 हजार रुपए तथा 90 दिन की मनरेगा की मजदूरी राशि प्रदान की।
लक्ष्मी का कहना है कि पहले झोपडीनुमा घर में बहुत परेशानी आती थी, बरसात के दिनों में घर में पानी टपकने लगता था, घर तक जाने के लिए कच्चा रास्ता बना हुआ था। ठण्ड के दिनों में पूरी रात सिगडी जलाना पडती थी। लक्ष्मी कहती हैं कि प्रधानमंत्री आवास योजना की बदौलत ही उनके सपने पूरे हुए हैं। आज इस योजना के कारण ही मैं पक्के मकान में रह रही हूं। मुझे समाज में सम्मान भी मिलने लगा है और शौचालय का लाभ भी प्राप्त हुआ है। इसके साथ ही शासन की उज्जवला योजना, खाद्यान्न का भी लाभ मिल रहा है। अब मैं अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रही हूं।
हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी
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