रतलाम: आदर्श व्यकित्व के धनी वरिष्ठ प्रचारक बालमुकुंद झा को अंतिम श्रद्धांजलि देने उमड़े स्नेहीजन
रतलाम, 7 अप्रैल (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक बालमुकुंद झा का रविवार को त्रिवेणी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। उनके भतीजे धन्नालाल झा मुरैना तथा खण्ड संघचालक विक्रम पाटीदार बिलपांक ने मुखाग्नि दी। मुक्तिधाम पर हुई शोक सभा में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों सहित कैबीनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए।
संघ कार्यालय तपस्या से उनका पार्थिव शरीर सुसज्जित वाहन पर रखा गया। राजस्व कालोनी से अंतिम यात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए पैलेस रोड़ पहुंची, जहां गत दिवस उन्होंने अंतिम सास ली थी। इसके पश्चात डालुमोदी बाजार, चौमुखीपुल,चांदनीचौक होते हुए त्रिवेणी मुक्तिधाम अंतिम यात्रा पहुंची। मार्ग पर हजारों श्रद्धालुओं ने झा के पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। त्रिपोलिया गेट पर अखाड़े के कलाकारों ने सत्तु पहलवान के नेतृत्व में शस्त्रों का करतब बताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
स्व. झा को अंतिम विदाई देने के लिए बडी संख्या में रा.स्व.संघ समेत विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
बालमुकुन्द झा संघ के आदर्श प्रचारक थे,जिन्होंने अपने जीवन का क्षण क्षण राष्ट्रकार्य को समर्पित कर दिया। जीवन के अंतिम क्षण तक वे शुद्ध सात्विक प्रेम के आधार पर कार्यकर्ताओं को जोडते रहे। उक्त उद्गार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक बालमुकुन्द झा के अंतिम संस्कार स्थल पर हुई शोकसभा में वक्ताओं ने कहे।
आदर्श प्रचारक थे झा सा.
त्रिवेणी स्थित मुक्तिधाम पर आयोजित शोकसभा को कैबिनेट मंत्री चैतन्य काश्यप, संघ के मालवा प्रान्त के संघचालक प्रकाश शास्त्री,विद्या भारती मालवा प्रान्त के संगठन मंत्री अखिलेश मिश्र और जिला संघचालक सुरेन्द्र सुरेका ने स्व. झा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की विशेषताएं बताते हुए कहा कि स्व. झा संघ के आदर्श प्रचारक थे। आपातकाल के दौरान 19 महीनों तक उन्होंने भूमिगत रह कर संगठन का कार्य किया। इस दौरान जिन परिवारों के लोग जेल में बन्द किए गए थे,उनके परिवारों की चिन्ता करना,संगठन को सक्रिय रखने जैसी तमाम जिम्मेदारियों को उन्होंने सफलतापूर्वक निभाया।
वक्ताओं ने कहा कि स्व. झा के प्रचारक जीवन में उन्होने हजारों समर्पित और ध्येय निष्ठ कार्यकर्ताओं को तैयार किया। स्व. झा के प्रचारक जीवन मे से एक लम्बा कालखण्ड उन्होंने रतलाम में व्यतीत किया। रतलाम से उन्हें विशेष लगाव था। रतलाम में संघ के परिवारों के अलावा भी ऐसे कई परिवारों से उनके आत्मीय सम्बन्ध रहे,जिनका सीधे सीधे संघ से कोई सम्पर्क नहीं रहा होगा। झा को याद करते हुए अनेक वक्ता और श्रोता न सिर्फ भावुक हुए बल्कि कई लोगों की आंखे नम हो गई। शोकसभा का संचालन अशोक पाटीदार ने किया।
ये थे उपस्थित
स्व. झा की अंतिम यात्रा में संघ के मध्य क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रचारक स्वप्निल कुलकर्णी, केन्द्रीय अधिकारी बलिराम पटेल, विभाग प्रचारक विजेन्द्र गोटी, विभाग कार्यवाह आशुतोष शर्मा,नगर संघचालक राजेश पटेल,वीरेंद्र वाफगांवकर,दशरथ पाटीदार वरिष्ठ पत्रकार शरद जोशी,डा. रत्नदीप निगम,देवराज सिंह पंवार,भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय,महापौर प्रहलाद पटेल,भाजपा जिला प्रभारी प्रदीप पाण्डेय,दिलीप मकवाना,संघ की विभाग और जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों समेत विभिन्न संगठनों एवं अनुषांगिक संगठनों के अनेक पदाधिकारियों समेत बडी संख्या में स्वयंसेवक और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
सोमवार को आयोजित होगी श्रद्धांजलि सभा -राजस्व कालोनी स्थित लायन्स हाल में सोमवार सुबह 10 बजे श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई है। ताकि स्व.झा सा. को श्रद्धासुमन अर्पित कर सके।
हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी/मुकेश
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