राजगढ़ः लोककल्याण की भावना से कर्तव्यों का निर्वहन करना ही सच्ची पत्रकारिता है: लाजपत आहूजा
राजगढ़, 28 मई (हि.स.)। सरकार के खिलाफ लिख देने से कोई सच्चा क्रांतिकारी पत्रकार नही बनता बल्कि लोककल्याण की भावना से कर्तव्यों का निर्वहन करना, राष्ट्र को मजबूत करने व संस्कृति को उच्च शिखर पर पहुंचाना ही सच्ची पत्रकारिता है। यह बात मंगलवार को पत्रकार परिषद ब्यावरा द्वारा आद्य पत्रकार देवर्षि नारद मुनी जयंती पखवाड़ा के अवसर आयोजित कार्यक्रम में संबोधन के दौरान वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रांत संगठन मंत्री प्रज्ञा प्रवाह, पूर्व संयोजक जनसंपर्क विभाग लाजपत आहूजा ने कही।
संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का भविष्य आंचलिक पत्रकारिता में देखने को मिलता है। प्रतिस्पर्धा के इस युग में राजधानी स्तर पर पत्रकार खबरों को तुरंत दिखाने की होड़ में लगे रहते है वहीं आंचलिक स्तर के पत्रकार खबरों का शोध, प्रमाणिकता व परिवक्ता की जांच के बाद ही प्रकाशन करते है। ऐसे पत्रकार ही समय की कसौटी पर खरे उतरते है। जिले के आंचलिक पत्रकार सत्यम शिवम सुंदरम् के आधार पर ही खबरों का प्रकाशन करते है। राजधानी के पत्रकारों की अपेक्षा जिले के आंचलिक पत्रकारों को ही व्यवहारिक, सैद्वांतिक और प्रमाणिकता का अवसर मिलता है। इस मौके पर देवर्षि नारद मुनी के द्वारा कल्याणकारी भावनाओं को लेकर किए गए कार्यों के प्रसंगों का बखान किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/ मनोज पाठक
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