रीवाः 21 हजार दीपों से जगमगाया पचमठा धाम, मां बीहर की आरती की हुई शुरुआत

रीवाः 21 हजार दीपों से जगमगाया पचमठा धाम, मां बीहर की आरती की हुई शुरुआत
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रीवाः 21 हजार दीपों से जगमगाया पचमठा धाम, मां बीहर की आरती की हुई शुरुआत


- उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने दीपदान एवं बीहर आरती में लिया भाग

रीवा, 22 जनवरी (हि.स.)। अयोध्या में श्रीराम भगवान के स्वरूप स्थापना के अवसर पर सोमवार को जिले में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी क्रम में पचमठा धाम में शाम को 21 हजार दीपमालाओं का प्रज्वलन हुआ साथ ही मां बीहर की आरती की शुरुआत भी हुई। इस अवसर पर आकर्षक लाइटिंग के साथ आतिशबाजी भी की गई। इससे पूर्व श्री राम दरबार समिति द्वारा सामूहिक सुंदर कांड पाठ का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा हुई और रीवा में मां बीहर की आरती की शुरुआत हुई। उन्होंने कहा कि हमारे सनातन धर्म में ऋषियों मुनियों तथा भगवान का आशीर्वाद सर्वोपरि है, हमारा देश इन्हीं परंपराओं का निर्वहन करते हुए विश्व गुरु बनाने की ओर अग्रसर है तथा हम विश्व गुरु बनेंगे। उन्होंने श्री राम दरबार समिति को साधुवाद दिया जिनके प्रयासों से रीवा राम मय हो रहा है और सुंदरकांड का लगातार पाठ समिति द्वारा किया जा रहा है।

इस अवसर पर सांसद जनार्दन मिश्र ने उपस्थित जनों को भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की बधाई दी तथा कहा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत अपनी सनातनी पहचान को बनाए रखने में सफल हो रहा है। इस दौरान श्री राम सेवा समिति द्वारा अतिथियों का श्री राम दरबार की प्रतिकृति से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर विधायक मनगवां नरेंद्र प्रजापति, पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी, नगर निगम अध्यक्ष वेंकटेश पांडे सहित बड़ी संख्या में स्थानीय जन तथा राम दरबार समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

जिले भर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का हुआ सजीव प्रसारण

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान श्रीराम के स्वरूप की विधिवत पूजा-अर्चना की। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हमारे राम आ गए हैं। सदियों से जिस क्षण की प्रतीक्षा थी वह क्षण आज आ गया है। अनगिनत लोगों के संघर्ष और बलिदान के बाद आज भगवान राम का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है और इसमें भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। भगवान राम चेतना, ऊर्जा और भारतीय संस्कृति के प्रतीक हैं। भगवान राम सदियों से हमारे मन में बसे हुए हैं। आज का दिन दिव्य, भव्य और विकसित भारत बनाने की नीव रखे जाने का दिन है। इस पावन अवसर पर आज हर भारतवासी राम सेवा से राष्ट्र सेवा का संकल्प ले। सबके सहयोग से यह देश निश्चय ही विश्वगुरू बनकर विश्व में स्थापित होगा। मंदिर निर्माण के लिए न्यायपालिका ने निर्णय देकर मार्ग प्रशस्त किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान राम किसी धर्म विशेष के नहीं हैं। भगवान राम सबके हैं। उनका चरित्र सर्वश्रेष्ठ है। भगवान राम की कथा हमारे आध्यात्मिक चिंतन और सामाजिक जीवन का आधार है। भगवान राम मर्यादा पुरूषोत्तम हैं। भगवान राम आग नहीं ऊर्जा का स्रोत हैं। भगवान राम समस्या नहीं समाधान हैं। हम सब मिलकर भगवान राम के आदर्शों के अनुसार देश का निर्माण करेंगे। भगवान राम ने शबरी के बेर खाए और निशादराज को अपना मित्र बनाया। भगवान राम की चेतना और अलौकिक दृष्टि का प्रभाव सब पर है।

रीवा में पचमठा मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, सांसद जनार्दन मिश्र, नगर निगम के अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय, पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी, कलेक्टर प्रतिभा पाल, पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह, आयुक्त नगर निगम संस्कृति जैन, पूर्व महापौर शिवेन्द्र सिंह, पार्षदगण तथा बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं आमजन श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के सजीव प्रसारण में शामिल हुए।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

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