मप्र: मुख्यमंत्री का ऐलान, दूध पर दिया जाएगा बोनस, बोले- हमारी देशी गौ-माता सर्वश्रेष्ठ
- मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उज्जैन में एक पेड़ मां के नाम अभियान का किया शुभारंभ
भोपाल, 6 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जिस प्रकार किसानों को गेहूं, चने आदि अलग-अलग फसलों के लिए बोनस दिया जा रहा है, उसी प्रकार अब दूध पर भी बोनस दिया जाएगा, ताकि लोग घर-घर गौ-माता को पालने के लिए प्रोत्साहित हो सकें। वहीं दुर्घटनाग्रस्त व दिव्यांग गौ-माताओं को गौ-शाला में रखा जाएगा। दूध का व्यवसाय भी हमारे लोगों का जीवन बदलने में सहायक हो, इसका प्रशिक्षण भी शुरू होगा। उन्होंने कहा कि हमारी देशी गौ-माता सर्वश्रेष्ठ हैं। हमारी देशी गौ-माता के संवर्धन के लिए प्रयास किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार देर शाम उज्जैन के ग्राम रत्नाखेड़ी स्थित कपिला गौ-शाला के संवर्धन और “एक पेड़ माँ के नाम’’ अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने गौ-शाला में पौध-रोपण कर संपूर्ण जिले में अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने कपिला गौ-शाला का भ्रमण कर अवलोकन किया। उन्होंने गौ-शाला में गौ-माता का पुष्पमाला पहनाकर, तिलक लगाकर पूजन किया और आरती उतारी। उन्होंने नन्हे बछड़ों को पशु चारा खिलाकर दुलार भी किया। उन्होंने गौ-शाला में उपलब्ध आधुनिक पशु चारा मशीन सहित अन्य उपकरणों का अवलोकन किया। कपिला गौ-शाला के अच्युतानंद महाराज ने गौ-शाला में किए गए नवाचार के साथ गौ-शाला संवर्धन के मास्टर प्लान की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में पौध-रोपण और उसके संरक्षण की संकल्प लेने वाले विभिन्न संस्थाओं को पौधे भेंट किया।
कार्यक्रम में कपिला गौ-शाला की विकास कार्ययोजना पर केंद्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का संचालन स्वामी मुस्कुराके ने किया। गायक अमित शर्मा द्वारा देशभक्ति और पर्यावरण केंद्रित सुमधुर गीतों की प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालूहेडा, नगर निगम सभापति कलावती यादव, जनपद अध्यक्ष कमला कुंवर, विवेक जोशी, बहादुर सिंह बोरमुंडला सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा संभागायुक्त संजय गुप्ता, पुलिस महानिरीक्षक संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, एसपी प्रदीप शर्मा, निगम आयुक्त आशीष पाठक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
गाय चराचर जगत की माता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि 10 पुत्रों की बजाय अगर एक गौ-माता हो तो उसका महत्व 10 पुत्रों से बढ़कर होता है। हमारे यहां कहा गया है गावो विश्वस्य मातरः यानी गाय चराचर जगत की माता हैं। गौ-माता की सेवा से योगीराज श्रीकृष्ण, गौ-पालक गोपाल कृष्ण के रूप में विख्यात हुए। हमारी गौमाता भारतीय सनातन संस्कृति की प्राण हैं। गंगा, गीता, गायत्री, गोवर्धन और गोविंद की तरह ही परम पूज्य हैं हमारी गौमाता। सर्वदेवमयी हि गौः गाय में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास माना जाता है। गौ-माता की सेवा से सभी देवी-देवताओं के पूजन का फल मिल जाता है।
गौ-माता भगवान शंकर और विष्णु की प्रतीक
उन्होंने कहा कि पद्म पुराण में कहा गया है कि गौ-माता के मुख में चारों वेदों का वास है। गाय की सींग में ही भगवान शंकर और विष्णु का वास है। इस विशेष पहचान से गौ माता हमारी प्रकृति में अद्वितीय छटा बिखेरती हैं। सच्चे अर्थों में गौ माता हमारे जीवन को चरितार्थ करते हुए स्पंदन देने का काम करती है। द्वापर युग में जब भगवान कृष्ण धरती पर आए तो उन्हें जन्म देने वाली माता देवकी थीं, पालने-पोसने वाली यशोदा और उन्हें गोपाल बनाने वाली हमारी गौ-माता हैं। मुख्यमंत्री ने भगवान कृष्ण के जन्म और लालन-पालन में माता यशोदा और नंद बाबा के पराक्रम और पुरुषार्थ का भी उल्लेख किया।
कान्हा का जीवन गायों के बिना अधूरा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गौ-माता की महिमा देखिए कि भगवान भोलेनाथ शिव और हमारे गोपाल कृष्ण ने गौ-वंश को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाया है। भोलेनाथ ने नंदी को अपना वाहन बनाया तो हमारे कान्हा का जीवन ही गायों के बिना अधूरा है। सच्चे अर्थों में भगवान कृष्ण के साथ गौ-माता के जोड़ने से ही वे योगीराज श्री कृष्ण गोपाल कहलाएं। जो भगवान कृष्ण को भी आनंद से भर देता है। हमेशा उन्होंने अपनी पहचान गौ-माता से बनाकर रखी। गोपाल से गाय माता का जोड़ने का अर्थ यह है कि प्रकृति से प्रेम, मूक प्राणियों के प्रति प्रेम और 33 करोड़ देवी देवताओं की छत्र छाया है।
कपिल गौ-शाला के संवर्धन के कामों को सराहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि काल के प्रवाह में हमारी गौ-माता पर भी संकट आया है। सरकार प्रदेश के सर्वांगीण विकास के साथ गौ-माता के संरक्षण और संवर्धन के लिए भी कृत-संकल्पित है। गौ-शालाओं को संवारने का काम किया जा रहा हैं। उन्होंने कपिला गौ-शाला के संवर्धन में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले अच्युतानंद महाराज का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि अच्युतानंद महाराज गौ-वंश में संरक्षण के दिशा में महती भूमिका निभा रहे हैं, जो हम सभी के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने पहले भी ग्वालियर में 5000 से अधिक गौ-वंश के पालन-पोषण का उल्लेखनीय काम किया हैं। उन्होंने कपिल गौ-शाला में निर्मित भगवान शिव गणेश की सुंदर प्रतिमाओं की भी प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कपिला गौ-शाला में न केवल पशुओं का अच्छे से पालन-पोषण किया जा रहा है, बल्कि यह आधुनिक यंत्रों से भी सुसज्जित है। यहाँ चंद मिनटों में 1000 से अधिक पशुओं का आहार बनाया जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि उज्जैन, भोपाल, इंदौर देवास आदि के प्रमुख मार्गो पर निराश्रित पाए जाने वाले गौ-वंश को गौ-शाला में रखने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कपिला गौ-शाला के संवर्धन के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।
गौ-वंश का संरक्षण केवल सरकार का नहीं हम सभी का दायित्व
कपिला गौ-शाला के अच्युतानंद महाराज ने कपिला गौ-शाला के संवर्धन के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव, जिला प्रशासन, नगर निगम सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि गौ-वंश का संरक्षण केवल सरकार का नहीं हम सभी का दायित्व हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को गौ-शाला में उत्पादों से बने भगवान शिव और गणेश की प्रतिमा भी भेंट की। कार्यक्रम को सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालूहेडा और नगर निगम सभापति कलावती यादव ने भी संबोधित किया।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश
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