जबलपुर : एक मत हुए संत, अनंत चतुर्दशी को ही करें गणेश प्रतिमा का विसर्जन
जबलपुर, 11 सितंबर (हि.स.)। संस्कारधानी में गणेश विसर्जन को लेकर शुरू से ही विसंगति रही है अनंत चतुर्दशी के दिन से शुरू होकर विसर्जन कई दिनों तक चलता रहता है । जिसको लेकर जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना ने संतो के सामने अपनी राय रखी की भगवान गणेश का विसर्जन आनंद चतुर्दशी के दिन ही होना चाहिए क्योंकि पितृपक्ष में विसर्जन मान्य नहीं है । जिस पर शहर के संत महात्माओं ने एक बैठक कर एक मत होकर इस बात पर सहमति जताई एवं लोगों से आग्रह किया है की गणेश विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन ही करें पितृपक्ष में ना करें ।
उल्लेखनीय है कि जबलपुर में बड़े पैमाने पर गणेश उत्सव मनाया जाता है एवं घरों से लेकर सार्वजनिक पंडालों तक भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित रहती हैं । लेकिन जब विसर्जन की बारी आती है तो लोग अनंत चतुर्दशी से लेकर कई दिनों बाद तक विसर्जन करते रहते हैं एवं शहर में जुलूस की शक्ल में जश्न मनाते हैं । इससे न केवल शहर की यातायात व्यवस्था ठप्प होती है, बल्कि प्रशासन को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है इन सब बातों को देखते हुए जिला कलेक्टर ने शहर के संतों को एक बैठक में आमंत्रित कर उनसे इस बात पर एक राय होकर अभिमत मांगा जो कि संतों ने सहर्ष स्वीकार किया । शहर के संतों में स्वामी चैतन्यानंद महाराज,स्वामी नरसिंहदास महाराज,पंडित वासुदेव शास्त्री स्वामी अशोकानंद,स्वामी राजारामाचार्यजी, मुन्ना पांडे,सहित सर्वधर्म समन्वयक शरद काबरा ने सहभागिता दी ।
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हिन्दुस्थान समाचार / विलोक पाठक
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