ग्वालियरः कलेक्टर सहित जिला प्रशासन के अधिकारी देर शाम विभिन्न गाँवों में पहुँचे

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ग्वालियरः कलेक्टर सहित जिला प्रशासन के अधिकारी देर शाम विभिन्न गाँवों में पहुँचे


- राजस्व महाअभियान के तहत रात्रिकालीन शिविर लगाकर किया समस्याओं का समाधान- फॉर्मर आईडी, ई-केवायसी व अभिलेख दुरुस्ती सहित राजस्व संबंधी अन्य समस्यायें हल हुईं

ग्वालियर, 28 नवंबर (हि.स.)। गोधूलि बेला में जब गाँववासी खेतों से अपने घरों की ओर लौट रहे थे, उसी समय जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों का उनके बीच आगमन हुआ। जिज्ञासु नजरों से जब ग्रामीणों ने अधिकारियों की ओर देखा, तब उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा चलाए जा रहे राजस्व महाअभियान के तहत आप सबकी समस्याओं का समाधान करने के लिए हम यहां आए हैं। यह सुनकर ग्रामीण खुश हुए और चौपाल जम गई। जाहिर है कि इन रात्रिकालीन शिविरों के माध्यम से ग्रामीणों की राजस्व संबंधी समस्याओं का समाधान भी मौके पर हुआ।

कलेक्टर रुचिका चौहान ने राजस्व महाअभियान 3.0 के तहत गुरुवार की देर शाम ग्राम शंकरपुर पहुँचकर समस्याओं का समाधान कराया। इसी तरह अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार ग्राम नौगाँव व अपर कलेक्टर कुमार सत्यम मुरार तहसील के ग्राम बिल्हेटी में यहाँ के एसडीएम अशोक चौहान के साथ पहुँचे। अपर कलेक्टर टीएन सिंह ने ग्राम रायरू में राजस्व महाअभियान के तहत रात्रिकालीन चौपाल लगाई। इसी प्रकार भितरवार एसडीएम डीएन सिंह ग्राम केरुआ में और जिले के अन्य एसडीएम, तहसीलदार व नायब तहसीलदार अपने-अपने क्षेत्र के गाँवों में पहुँचे और राजस्व महाअभियान के तहत समस्याओं का निराकरण कराया। जिले की घाटीगाँव के ग्राम महारामपुरा एवं ग्राम ररुआ व बेहट वृत के ग्राम सुमावली सहित अन्य गांवों में भी रात्रिकालीन शिविरों का आयोजन हुआ।

जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने देर शाम तक इन गाँवों में मौजूद रहकर ग्रामीणों की कठिनाईयां व समस्यायें सुनीं। साथ ही राजस्व संबंधी कुछ समस्याओं का मौके पर ही निराकरण कराया तो कुछ समस्याओं के निराकरण की रूपरेखा तय की।

कलेक्टर रुचिका चौहान सहित जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों ने इन ग्रामों में फॉर्मर आईडी, ई-केवायसी, सीमांकन, बटवारा, अभिलेख दुरुस्ती एवं स्वामित्व योजना इत्यादि से संबंधित कार्य कराए। पीएम किसान पोर्टल पर ई-केवायसी, भू-लेख रिकॉर्ड की आधार से लिंकिंग एवं बैंक खाते से आधार लिंक कराकर डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) का काम जल्द से जल्द पूर्ण करने पर कलेक्टर ने विशेष बल दिया। साथ ही नामांतरण, बटवारा व सीमांकन प्रकरणों के निराकरण की रूपरेखा तय की। ग्रामीणों से यह भी कहा गया कि यदि गाँव के परंपरागत रास्ते पर अतिक्रमण हो तो अवश्य बताएं, राजस्व अधिकारी इन रास्तों को खुलवाएंगे।

ग्राम नौगाँव में लगे रात्रिकालीन चौपाल में ग्रामीणों ने यहाँ के पटवारी की खुलकर तारीफ की। ग्रामीणों का कहना था कि पटवारी नियमित रूप से हमारे गाँव में आते हैं, जिससे हमारी राजस्व सबंधी समस्याएँ आसानी से हल हो जाती हैं। नौगाँव के किसानों ने बिजली आपूर्ति के शेड्यूल में बदलाव की मांग रखी। उनकी मांग थी कि सिंचाई के लिए रात्रि 9 बजे की बजाय सायंकाल 6 या 7 बजे से बिजली दी जाए।

ज्ञात हो कि 15 नवम्बर से राजस्व महाअभियान 3.0 शुरू हुआ यह अभियान 15 दिसम्बर तक चलेगा। अभियान की मॉनीटरिंग के लिए जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी गाँव-गाँव पहुँच रहे हैं।

किसानों से कहा अपनी फॉर्मर आईडी जरूर बनवाएँ

कलेक्टर रुचिका चौहान ने किसानों से कहा कि अगले दिसम्बर माह से उन्हीं किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मिलेगा, जिनकी फॉर्मर रजिस्ट्री होगी। इसलिए वे अपनी फॉर्मर आईडी अवश्य बनवा लें। फ़ार्मर रजिस्ट्री एक वेब-आधारित ऐप्लिकेशन है जिसमें खेतों और किसानों से जुड़ी जानकारी होती है। कृषक स्वयं भी भारत सरकार के पीएम किसान पोर्टल mpfr.agristack.gov.in के माध्यम से अपनी फॉर्मर आईडी बनवा सकते हैं। साथ ही पटवारी के माध्यम से फॉर्मर आईडी बनवाई जा सकती है। इसी तरह कृषक भू-अभिलेख पोर्टल पर पब्लिक यूजर मॉड्यूल अथवा पटवारी मॉड्यूल के माध्यम से किसानों के आधार लिंकिंग का कार्य कराया जा सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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