मप्र विस चुनावः प्रदेश को ऐसे हाथों में न सौपें, जो बर्बादी के जिम्मेदार हैं: शिवराज

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मप्र विस चुनावः प्रदेश को ऐसे हाथों में न सौपें, जो बर्बादी के जिम्मेदार हैं: शिवराज


मप्र विस चुनावः प्रदेश को ऐसे हाथों में न सौपें, जो बर्बादी के जिम्मेदार हैं: शिवराज


- मुख्यमंत्री ने पुष्पराजगढ़, डिंडौरी, शहपुरा और लखनादौन में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में सभाओं को किया संबोधित

भोपाल, 1 नवंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश को ऐसे हाथों में न सौंपे, जो तबाही और बर्बादी के जिम्मेदार हैं। मध्यप्रदेश में प्रत्येक परिवार एक रोजगार भाजपा का लक्ष्य है। 68 वर्षों में मध्यप्रदेश ने प्रगति और विकास की लंबी मंजिल तय की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने प्रगति और विकास किया है। मध्यप्रदेश में भाजपा को जिताकर प्रदेश के विकास को गति दें।

मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को पुष्पराजगढ़ में पार्टी प्रत्याशी हीरासिंह श्याम, डिंडौरी में पंकज सिंह टेकाम, शहपुरा में ओमप्रकाश धुर्वे और लखनादौन में विजय उईके के समर्थन में विशाल चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं सरकार नहीं, परिवार चलाता हूं, आप सभी मेरा परिवार हो। आज बहनों ने मेरी नज़र उतारी है, ये बहनें ही मेरी रक्षक हैं। कांग्रेस ने कभी भी गरीब बहनों के लिए कुछ नहीं किया, लेकिन मैं बहनों की गरीबी दूर करूंगा। मेरा संकल्प है कि बहनों की जिंदगी में कभी अंधेरा नहीं रहने दूंगा। इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान का पारंपरिक स्वागत किया गया और सभा से पहले बैगा बहनों ने मुख्यमंत्री की आरती उतारकर नज़र उतारी।

मुख्यमंत्री ने सभा में गिनाए कमलनाथ के पाप

मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कमलनाथ पूछते हैं कि मैंने क्या गुनाह किया था.., मैंने क्या पाप किया था? कमलनाथ जी सबसे बड़ा आपका पाप है कि यहां बैगा बहने बैठी हैं उनको पोषण आहर के लिए प्रतिमाह मिलने वाली 1000 रुपये बंद कर सबसे बड़ा पाप किया। मैं कन्याओं की शादी करवाता था, आपने कन्याओं के खाते में पैसा नहीं जाने दिया। शादी हो गई लेकिन एक पैसा नहीं गया, ये कमलनाथ के पाप हैं। मैं गरीब बहनों को बेटा-बेटी के जन्म के पहले चार हजार और जन्म के बाद 12 हजार रुपये देता था, आपने तो गरीब बहन के लड्डू भी छीन लिए, ये आपके पाप है?

उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने मेरे बच्चों की साइकिल छीन ली, मैं बच्चों को लैपटाप देता था, आपने तो बच्चों से लैपटाप भी छीन लिया। मैं बुजुर्गों को तीर्थदर्शन कराने के लिए ले जाता था, आपने बुजुर्गों की तीर्थ दर्शन योजना बन्द कर दी। प्रधानमंत्री मोदी ने किसान सम्मान निधि बनाई, आपने मध्यप्रदेश के किसानों के नाम ही नहीं भेजें, ये पाप किया आपने। कमल नाथ, आपने इतने पाप किए कि सुबह से शाम हो जाए गिनाते-गिनाते, लेकिन आपके पाप खत्म न हों।

कांग्रेसी बड़े मायावी है, इनके भ्रम में नहीं आना

मुख्यमंत्री चौहान ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, कांग्रेसी बड़े ही मायावी हैं, इनके झांसे में मत आना। ये कांग्रेसी आएंगे, भ्रम फैलाएंगे, इधर-उधर की बात करेंगे, इनकी बातों में नहीं आना है। अगर कांग्रेस आई तो ना लाड़ली रहेगी ना बहना रहेगी। इसलिए इनके भ्रम में नहीं आना है, मोदी और मामा के साथ रहना है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को ऐसे हाथों में न सौपें जो प्रदेश की तबाही और बर्बादी के जिम्मेदार थे। जिन्होंने मध्यप्रदेश को भ्रष्टाचार और घोटालों का प्रदेश बना दिया था, उनसे मध्यप्रदेश को बचाना है। प्रत्येक वर्ष हम आनंद और उत्साह से मध्यप्रदेश स्थापना दिवस मनाते हैं। स्थापना दिवस मनाने की परम्परा भी भाजपा सरकार ने शुरू की है। इस बार आचार सहिंता के कारण सरकारी स्तर पर आयोजन नहीं कर पा रहे, लेकिन 3 दिसंबर को चुनाव परिणाम में भाजपा की सरकार बनेगी। इसके बाद तिथि निश्चित करके धूमधाम से मध्यप्रदेश स्थापना दिवस मनाएंगे। समृद्ध और विकसित मध्यप्रदेश का रोडमैप तय करके आगे बढ़ने का संकल्प लेंगे।

प्रदेश की कृषि विकास दर 2-3 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत से अधिक पर ले आए

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन 68 वर्षों में मध्यप्रदेश ने प्रगति और विकास की लंबी मंजिल तय की है। 2003 में प्रदेश को भाजपा सरकार ने संभाला था तब प्रतिव्यक्ति आय केवल 11 हजार होती थी। आज बढ़कर 1 लाख 40 हजार हो गई। प्रदेश का कुल बजट 23 हजार करोड़ हुआ करता था, आज बढ़ाकर हमने 3 लाख 14 हजार करोड़ पर ले गए। पहले जीएसडीपी का साइज केवल 71 हजार करोड़ था, अब 15 लाख करोड़ के आसपास हो गया। तब प्रदेश की कृषि विकास दर केवल 2-3 प्रतिशत होती थी, अब 18 प्रतिशत से ज्यादा है। विकास दर इस समय 16 प्रतिशत से ज्यादा है। पिछले साल 19 प्रतिशत थी। पहले 7 हजार किमी टूटी फूटी सड़कें हुआ करती थीं, आज 5 लाख किमी की शानदार सड़कें बनाई हैं। पहले सिंचाई केवल साढ़े 7 लाख हेक्टयर में होती थी, आज 47 लाख हेक्टेयर में सिंचाई हो रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधाओं का विस्तार किया है। अनेकों उपब्धियां मध्यप्रदेश के नाम हैं। पहले मध्यप्रदेश को बीमारू और पिछड़ा राज्य कहा जाता था, लेकिन आज प्रगति और विकास की ओर अग्रसर है। आज मध्यप्रदेश समृद्ध और विकसित राज्यो की पात में खड़ा है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश / उमेद

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