मप्र के पूर्वी हिस्से में 11 से 15 अगस्त तक बारिश के आसार नहीं, भोपाल-इंदौर, ग्वालियर में गिरेगा पानी
- तीसरी बार खुले तवा बांध के गेट
भोपाल, 9 अगस्त (हि.स.) । मध्यप्रदेश में भारी बारिश का दौर थम गया है लेकिन कुछ जिलों में अभी भी हल्की बारिश का सिलसिला जारी है। इसी बीच मौसम विभाग ने प्रदेश के पूर्वी हिस्से जबलपुर, शहडोल, सागर और रीवा संभाग के 21 जिलों में 11 से 15 अगस्त के बीच बारिश नहीं होने का अनुमान जताया है। यहां मौसम साफ रहेगा और धूप खिली रहेगी। जबकि पश्चिमी हिस्से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, नर्मदापुरम, उज्जैन और चंबल में गरज-चमक और बूंदाबांदी का दौर बना रहेगा। अगले 2 दिन प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को भिंड, दतिया, निवाड़ी, छतरपुर, पन्ना, रीवा, सीधी, मऊगंज, डिंडौरी, अनूपपुर, सीहोर, विदिशा, रायसेन में तेज बारिश होने का अलर्ट किया है। 10 अगस्त को टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना और दमोह में तेज बारिश का अलर्ट है। बाकी जिलों में बूंदाबांदी, आंधी और गरज-चमक की स्थिति रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, अभी राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। मानसून ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। अन्य सिस्टम की एक्टिविटी के चलते प्रदेश में अगले 2 दिन तेज बारिश होने का अनुमान है, लेकिन 11 से 15 अगस्त तक पूर्वी प्रदेश में मौसम साफ हो जाएगा। पश्चिमी हिस्से में जरूर हल्की गरज-चमक और बूंदाबांदी हो सकती है।
इधर, प्रदेश के कई जिलों में गुरुवार को कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, गुना में डेढ़ इंच, बैतूल में 1 इंच, पचमढ़ी में आधा इंच बारिश हुई। भोपाल, ग्वालियर, खंडवा, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, मंडला, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, उमरिया और बालाघाट के मलाजखंड में भी हल्की बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में सीजन की 68 प्रतिशत यानी औसत 25.4 इंच बारिश हो चुकी है।
गुरुवार रात 9 बजे तवा बांध के गेट सीजन में तीसरी बार खोले गए। बांध का लेवल 1161.50 फीट हो गया। यह 86 प्रतिशत भर गया है। जलभराव वाले एरिया में बारिश और गवर्निंग लेवल को देखते हुए 5 गेटों से 1598 क्यूबिक मीटर/सेकंड पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं, लगातार तेज बारिश की वजह से प्रदेश के अधिकांश डैम 80 प्रतिशत से ज्यादा भर चुके हैं। चूंकि, बड़े डैमों में पानी का लेवल तय रखना पड़ता है। इसलिए इनके गेट भी खुल चुके हैं। कोलार, बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा समेत कई डैम के गेट खुल चुके हैं। हालांकि, तेज बारिश का दौर थमने से ज्यादातर डैम के गेट बंद कर दिए गए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / उम्मेद सिंह रावत / नेहा पांडे
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