अनूपपुर: नेशनल हेराल्ड प्रकरण को लेकर कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

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अनूपपुर: नेशनल हेराल्ड प्रकरण को लेकर कांग्रेस ने किया प्रदर्शन


अनूपपुर, 16 अप्रैल (हि.स.)। नेशनल हेराल्ड प्रकरण में ईडी चार्ज शीट आने के बाद से ही कांग्रेस में नाराजगी दिखाई दे रही है। बुधवार को अनूपपुर में चेतना नगर के इंदिरा तिराहे पर ईडी के खिलाफ नारेबाजी की गई। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ राजनीतिक द्वेष के चलते उन्हें आरोपी बनाया गया है। इस दौरान कांग्रेसियों ने नायब तहसीलदार को ज्ञपन भी सौंपा।

नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर देश भर में केंद्र सरकार के अधीनस्थ कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं अनूपपुर में कांग्रेस ने चेतना नगर के इंदिरा तिराहे पर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने केंद्र की भाजपा सरकार और ईडी के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।

राजनीति से प्रेरित कार्रवाई: कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष वासूदेव चटर्जी ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को जप्त करना और सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करना राजनैतिक उत्पीड़न की कार्रवाई है। देश की जनता और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं। देश में कांग्रेस पार्टी का बढ़ता जनाधार और राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर इस तरह के अलोकतान्त्रिक हमले किए जा रहे हैं, कांग्रेस हर स्तर पर इस अत्याचार का मुक़ाबला करेगी।

कांग्रेस नेताओं ने जताया विरोध: मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव संजय सोनी कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य नेताओं के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करना प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की ओर से बदले की राजनीति और धमकी के अलावा कुछ नहीं है, कांग्रेस नेतृत्व चुप नहीं रहेगा। नेशनल हेराल्ड की संपत्ति जप्त करना और पार्टी नेतृत्व के खिलाफ चार्जशीट सरकार का अन्यायपूर्ण और मनमाना कदम है। पार्टी ने भारत की आत्मा के लिए लड़ाई लड़ी है और फिर से लड़ेंगे।

जिला अध्यक्ष पिछडा वर्ग रजन राठौर ने कहा कि राजनीतिक रंजिश के कारण भाजपा अब बदले की कार्रवाई पर उतर आई है, इसलिए कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ ईडी ने चार्ज शीट दायर की है, यह लोकतंत्र पर हमला है। नेशनल हेराल्ड, जिसे पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1938 में शुरू किया था, स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक है। मोदी सरकार इसे निशाना बनाकर कांग्रेस को कमजोर करना चाहती है। केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि हमारे नेताओं को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। हमारे नेताओं के खिलाफ उनके पास कोई सबूत नहीं है, सिर्फ परेशान करने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला

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