भारत निर्वाचन आयोग के रोल पर्यवेक्षक ने की इंदौर में चल रहे एसआईआर के कार्यों की सराहना
- इंदौर जिले में मतदाता सूची के प्रारूप का हुआ प्रकाशन, पुनरीक्षण कार्य से जुड़े अधिकारियों की अहम बैठक सम्पन्न
इंदौर, 23 दिसंबर (हि.स.)। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के लिए नियुक्त रोल पर्यवेक्षक तथा भारत सरकार के संयुक्त सचिव बृजमोहन मिश्रा की विशेष उपस्थिति में मंगलवार को इंदौर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी शिवम वर्मा ने की। बैठक में अपर कलेक्टर तथा उप जिला निर्वाचन अधिकारी नवजीवन विजय पंवार, सहायक उप जिला निर्वाचन अधिकारी अजीत श्रीवास्तव सहित मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य से जुड़े सभी अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में बृजमोहन मिश्रा ने अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि विशेष गहन पुनरीक्षण की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता, समयबद्धता और निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप पूर्ण की जाए, ताकि कोई भी पात्र मतदाता मतदाता सूची में शामिल होने से वंचित न रहे तथा अपात्र का नाम मतदाता सूची में शामिल नहीं हो। उन्होंने इंदौर जिले में चल रहे कार्यों की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए सराहना की। उन्होंने कहा कि इंदौर निश्चित ही अपने लक्ष्य में सफल होगा।
बैठक में कलेक्टर शिवम वर्मा ने जिले में चल रहे पुनरीक्षण कार्य की जानकारी दी। उन्होंने मतदाता जागरूकता अभियान तथा जिले में हुई नवाचारों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि इंदौर जिला स्वच्छता में तो अव्वल है ही, इस कार्य में भी अव्वल रहेगा।
बैठक में बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 27 अक्टूबर 2025 को विशेष गहन पुनरीक्षण की अधिसूचना जारी की गई। इसी दिनांक की मतदाता सूची को फ्रीज किया गया। जिले में 27 अक्टूबर 2025 की स्थिति में कुल 28 लाख 67 हजार 294 मतदाता दर्ज थे, जिनमें पुरुष मतदाता 14 लाख 42 हजार 208, महिला मतदाता 14 लाख 24 हजार 980 तथा अन्य मतदाता 106 थे। जिले में 04 नवम्बर 2025 से 18 दिसम्बर 2025 तक गणना पत्रक का वितरण एवं भरे हुए गणना पत्रक, बीएलओ के माध्यम से प्राप्त कर डिजिटाइज किए गए। इस तरह अंतिम दिनांक 18 दिसम्बर 2025 तक कुल 24 लाख 20 हजार 171 गणना पत्रकों को डिजिटाइज किया गया। जिले में नो मेपिंग श्रेणी में 1 लाख 33 हजार मतदाता हैं। जिले में अनुपस्थित, स्थानांतरित तथा मृत श्रेणी के मतदाताओं की संख्या 4 लाख 47 हजार 123 है। जिनके आवेदन बीएलओ द्वारा ऐप पर अपलोड किए गए हैं। जिले में मतदान केन्द्रों का युक्तियुक्तकरण भी किया गया। पूर्व में जिले में 2625 मतदान केन्द्र थे। युक्तियुक्तकरण के पश्चात 585 नए मतदान केन्द्र बढ़ाए गए। अब जिले में कुल 3210 मतदान केन्द्र हैं।
बैठक में बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तय कार्यक्रम के अनुसार आज 23 दिसम्बर 2025 को प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन किया गया। यह प्रकाशन जिले के सभी 3210 मतदान केन्द्रों तथा सभी 09 विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के कार्यालयों में किया गया। वर्तमान प्रारूप सूची में कुल 24 लाख 20 हजार 171 मतदाता दर्ज हैं, जिनमें पुरुष मतदाता 12 लाख 20 हजार 628, महिला मतदाता 11 लाख 99 हजार 450 तथा अन्य मतदाता 93 हैं।
बताया गया कि प्रत्येक मतदान केन्द्र पर एक बीएलओ के मान से कुल 3210 बीएलओ नियुक्त किए गए हैं। प्रत्येक 10 मतदान केन्द्र पर एक-एक सुपरवाइजर के मान से कुल 280 बीएलओ सुपरवाइजर नियुक्त किए गए हैं। जिले में तय कार्यक्रम के अनुसार आज 23 दिसम्बर 2025 से 22 जनवरी 2026 तक मतदाता दावे-आपत्ति तथा अन्य आवेदन कर सकेंगे। जिले में दावे-आपत्ति के लिये कुल 58 केन्द्र बनाये गये हैं। इन केन्द्रों पर मतदाताओं की सुविधा के लिये अनेक व्यवस्थाएं रहेंगी। नो मेपिंग श्रेणी के सभी मतदाताओं को BLO के माध्यम से दो प्रति में नोटिस वितरित किए जाएंगे। मतदाता को 7 दिवस के भीतर दस्तावेज प्रस्तुत कर सुनवाई का अवसर दिया जाएगा। जिले की अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 21 फरवरी 2026 को किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

