मप्र : रीवा पुलिस ने 6 माह के अपहृत बालक को ढूंढकर परिजनों को सौंपा, 11 आरोपित गिरफ्तार
- सीसीटीवी खंगालकर मऊगंज और महाराष्ट्र के कल्याण से पकड़े आरोपित
रीवा, 13 मई (हि.स.) । मध्यप्रदेश पुलिस नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में रीवा पुलिस ने 7 मई की रात कॉलेज चौराहे से अपहृत किए गए छह माह के बालक को तलाशने और उसे परिजन को सौंपने में सफलता प्राप्त की है। इस मामले में पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी अभी फरार है।
इस मामले में सोमवार को पत्रकार वार्ता में पुलिस ने बताया कि 7 मई की रात छह माह का बालक कॉलेज चौराहे पर अपने माता-पिता के पास सो रहा था। तभी दो आरोपित उसे उठाकर मोटर सायकल से भाग निकले थे। मामले में बालक के परिजन ने रीवा पुलिस को सूचना देकर शिकायत दर्ज कराई थी। सिविल लाइन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए अपराध क्रमांक 222/2024 धारा 363,370,34 का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपितों की तलाश आरंभ की। रीवा पुलिस ने आरोपितों को पांच दिन में ही मऊगंज और महाराष्ट्र के कल्याण से पकड़ा और बच्चे को उसके माता-पिता तक सकुशल पहुंचाया। बच्चे के माता-पिता फेरी लगाकर अपना भरण-पोषण करते हैं।
पुलिस ने तीन टीमें की गठित
पुलिस ने मामले को अत्यंत संवेदनशील और सनसनीखेज मानते हुए तत्काल बच्चे की तलाश आरंभ की। आरोपितों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने सूचना मिलते ही त्वरित कार्यवाही करते हुए शहर के साथ ही जिलेभर में नाकाबंदी कर दी। पुलिस महानिरीक्षक रीवा व उप पुलिस महानिरीक्षक के मार्गदर्शन में एवं पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह के निर्देशन में क्रमश: तकनीकी सेल सीसीटीवी निरी. वीरेन्द्र पटेल, फुटेज ट्रैकिंग टीम उनि. अरविन्द सिंह एवं विवेचना हेतु एसआईटी टीम नगर पुलिस अधीक्षक रितु उपाध्याय की टीम गठित की गई। इन टीमों का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रीवा अनिल सोनकर एवं विवेक लाल को दिया गया। उक्त टीमों ने मोटर सायकल सवार अपहरणकर्ताओं मो. सलीम एवं अतुल जैसवाल निवासी मउगंज को सीसीटीवी के माध्यम से चिह्नित कर लिया। आरोपियों की पहचान होने के बाद पुलिस ने मऊगंज में दबिश देकर निर्जन स्थान से सलीम को घेराबंदी कर पकड़ा। सलीम ने पूछताछ पर पूरी घटना का खुलासा किया।
बच्चे को मुंबई से पुलिस ने किया बरामद
जांच में पाया गया कि आरोपित नितिन सोनी अपनी पत्नी स्वाती के साथ मउगंज आया था। जिसने अपने साथी मो. हारून, मो. सलीम, मुस्कान रावत, देवेश जायसवाल और गुड्डू गुप्ता के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाई। योजना के तहत वे 6 माह के बच्चे को किडनैप कर महाराष्ट्र के मुंबई शहर ले गए। जहां नितिन और स्वाती ने बच्चे को अमोल मधुकर,अरवी उर्फ सेजल और प्रदीप कोलम्बे को 8 लाख रुपए में बेच दिया। उसी बच्चे को अमोल मधुकर और सेजल ने श्रीकृष्ण संतराम पाटिल को 29 लाख रूपए में बेच दिया। अमोल मुंबई के एक जाने-माने अस्पताल में अटेंडेंर का काम करता है, जबकि उसकी पत्नी अर्बी एक शेयर ट्रेडिंग कंपनी के लिए काम करती है। वहीं कृष्ण संत राम पाटिल महाराष्ट्र के रायगढ़ का रहने वाला है। शादी के कई साल बाद भी उसे कोई संतान नहीं थी तो उसने आरोपितों के साथ मिलकर 29 लाख रुपए में बच्चे का सौदा तय कर डाला।
इन आरोपितों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
रीवा पुलिस ने मामले में मोहम्मद सलीम अंगारी उर्फ असलम पुत्र मोहम्मद मलाम अंसारी (19) निवासी मऊगंज, मोहम्मद हारूल उर्फ मुंगेरी पुत्र मोहम्मद जाहिद (24) मऊगंज, दीवेश जायसवाल उर्फ दादा पुत्र मुनिमाधव जायसवाल (24) निवासी मऊगंज जिला मऊगंज हाल संजय नगर थाना समान जिला रीवा, मुस्कान रावत उर्फ पार्वती उर्फ पारो पुत्र देमान रावत (19) निवासी मऊगंज, नितिन सोनी पुत्र राजेश सोनी (26) वर्ष निवासी कल्याण महाराष्ट्र, स्वाती सोनी पत्नि नितिन सोनी (24) निवासी कल्याण महाराष्ट्र, अमोल अरुणकर पुत्र मधुकर (35) कल्याण, अर्बी उर्फ सेजल पत्नि अमोल मधुकर अरुणकर (32) निवासी कल्याण, प्रदीप कोलाम्बे निवासी कल्याण, श्रीकृष्ण संताराम पाटिल पुत्र संताराम (53) निवासी मुखाकचली जिला रायगढ़ महाराष्ट्र, गुड्डू पुत्र गोविंद प्रसाद (22) निवासी मऊगंज को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। जबकि अतुल पुत्र रजनीश जायसवाल (25) निवासी मऊगंज की तलाश पुलिस कर रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / उमेद/नेहा
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