अनूपपुर: गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना जिला प्रशासन की सर्वाच्च प्राथमिकता- कलेक्टर
अनूपपुर, 16 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के जिला चिकित्सालय में मरीजों को गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की सर्वाच्च प्राथमिकता है। आने वाले मरीजों को इधर-उधर भटकना न पड़े, इसके लिए बेहतर उपचार, जांच एवं दवा वितरण की समुचित व्यवस्थाएं की जाएं। सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय में कार्यों का स्पष्ट विभाजन कर मैनेजमेंट सिस्टम को और अधिक सुदृढ़ बनाया जाए, ताकि मरीजों को माकूल सुविधाएं मिलें और उन्हें अस्पताल में सकारात्मक वातावरण का अनुभव हो। यह निर्देश मंगलवार को कलेक्टर हर्षल पंचोली कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित नर्मदा सभागार में जिला चिकित्सालय अनूपपुर की स्वास्थ्य सेवाओं एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिये। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अलका तिवारी, सिविल सर्जन डॉ. एस.आर. परस्ते सहित जिला चिकित्सालय का चिकित्सकीय अमला उपस्थित रहा।
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय की साफ-सफाई एवं सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की और संबंधित अधिकारियों को अस्पताल परिसर में बेहतर स्वच्छता एवं सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। डॉक्टरों की उपस्थिति, इमरजेंसी सेवाओं में तैनात चिकित्सकों तथा रात्रिकालीन ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों की स्थिति, एंबुलेंस उपलब्धता एवं व्यवस्था, ब्लड उपलब्धता एवं संग्रहण की भी समीक्षा की गई। नेत्र जांच, सोनोग्राफी, फिजियोथैरेपी सहित अन्य विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि जिला चिकित्सालय में संचालित विभिन्न संदर्भ स्वास्थ्य सेवाओं तथा व्यवस्थाओं का सतत मॉनिटरिंग करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के परख एप में निरीक्षण और परिसंपत्ति प्रबंधन की जानकारी अपलोड करने के निर्देश दिए, ताकि जिला चिकित्सालय की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की जा सके और स्वास्थ्य विभाग के कामकाज में सुधार हो सके व कार्य में पारदर्शिता लाई जा सके। साथ ही सभी चिकित्सकीय अमले की समय पर उपस्थिति भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में उपलब्ध दवाइयों तथा उनके वितरण, नवंबर माह के दौरान जिला चिकित्सालय में ओपीडी एवं आईपीडी में आए मरीजों सहित अन्य विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं एवं गतिविधियों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
सीएम हेल्पलाइन के लंबित शिकायती प्रकरणों की समीक्षा करते हुए 50 दिवस से अधिक की शिकायतों का निराकरण करने तथा लंबित शिकायतों को संतुष्टिपूर्ण पूर्वक बंद कराए जाने के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह की 20 तारीख को सीएम हेल्पलाइन की ग्रेडिंग का निर्धारण किया जाता है इसके पूर्व शिकायतों का निराकरण किया जाए।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला

