मप्रः माधव टाइगर रिजर्व में लाई गई एक और बाघिन, अब बाघों की कुल संख्या बढ़कर आठ हुई

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मप्रः माधव टाइगर रिजर्व में लाई गई एक और बाघिन, अब बाघों की कुल संख्या बढ़कर आठ हुई


मप्रः माधव टाइगर रिजर्व में लाई गई एक और बाघिन, अब बाघों की कुल संख्या बढ़कर आठ हुई


शिवपुरी, 27 दिसम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित राष्ट्रीय उद्यान माधव टाइगर रिजर्व में एक और बाघिन को लाया गया है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से वन प्रबंधन द्वारा शनिवार को लाई गई इस बाघिन को माधव टाइगर रिजर्व के मध्य क्षेत्र में सफलतापूर्वक रिलीज किया गया। इसके साथ ही माधव टाइगर रिजर्व में बाघों की कुल संख्या बढ़कर अब 8 हो गई है। रिजर्व प्रबंधन के अनुसार, वर्तमान में यहां चार मादा बाघ, 2 नर बाघ और 2 शावक मौजूद हैं।

गौरतलब है कि माधव नेशनल पार्क में बाघों का पुनर्वास लगभग 27 साल के अंतराल के बाद 10 मार्च 2023 को शुरू हुआ था। उस समय केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक नर और एक मादा बाघ को जंगल में छोड़ा था। इसके बाद एक और मादा बाघ को छोड़ा गया, जिसके कुछ ही समय बाद माधव को टाइगर रिजर्व का दर्जा प्राप्त हुआ। माधव टाईगर रिजर्व में लगातार यहां पर टाइगर की संख्या बढ़ती जा रही है।

जंगल में एमटी- 3 ने दो शावकों को जन्म दिया था-

पार्क के अधिकारियों ने बताया है कि बीते सितंबर माह में बाघिन एमटी- 3 ने दो शावकों को जन्म दिया था, जिससे रिजर्व में बाघों की आबादी को और मजबूती मिली थी। इस बाघिन को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लाया गया था। उसे जंगल में छोड़ने से पहले सभी जरूरी सुरक्षा इंतजाम किए गए थे।

शिवपुरी के आसपास पर्यटन बढ़ाने की योजना-

शिवपुरी जिला मुख्यालय पर स्थित माधव टाईगर रिजर्व एरिया में बीते 10 मार्च 2025 को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक और बाघिन को छोड़ा था। वहीं, अप्रैल माह में तांडव नाम के एक नर बाघ को भी रिजर्व में बसाया गया। टाइगर रिजर्व घोषित होने के बाद से माधव टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इससे पर्यटन और व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिला है। पार्क के अधिकारियों को कहना है कि पहले माधव राष्ट्रीय उद्यान में टाईगर न होने से पर्यटकों को निराशा हाथ लगती थी लेकिन अब टाईगर यहां पर होने से पर्यटकों को यह टाईगर जंगल के अंदर दिख रहे हैं। कई पर्यटकों ने तो इसके वीडियो तक बनाए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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