मप्र के खंडवा में तीन मकानों में लगी भीषण आग, एक किसान जिंदा जला

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मप्र के खंडवा में तीन मकानों में लगी भीषण आग, एक किसान जिंदा जला


खंडवा, 16 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सक्तापुर में मंगलवार सुबह तीन घरों में आग लग गई। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड़ की छह गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस हादसे में एक किसान की जिंदा जलने से मौत हो गई। पुलिस ने प्रकरण दर्ज मामले की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस के अनुसार, ग्राम सक्तापुर में मंगलवार सुबह 7 बजे के करीब घरों में सो रहे लोग एक-एक करके उठ रहे थे। घर के कुछ लोग गाय-भैंस का दूध निकालने के लिए बाड़े की तरफ चले गए। चाय बनाने की तैयारी थी, इसी दौरान अचानक एक घर से आग उठ गई। धुएं के साथ आग भभकने लगी तो सभी महिलाएं और बच्चे घर से बाहर की तरफ भागे। आग इतनी भयावह थी कि घर में रखे किसी सामान को बाहर तक नहीं निकाल पाए। आग और धुआं देखकर दो घरों के लोग बाहर निकल आए। लेकिन तीसरे घर में 50 वर्षीय सूरज राठौर अकेले थे। आग इतनी तेजी से फैली कि सूरज बाहर नहीं निकल पाए और उनकी जिंदा जलकर मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।

सक्तापुर के सरपंच सुनिल राठौर ने बताया कि गांव के तेली राठौर समाज के तीन घरों में आग लगी है। सभी परिवार खेती-किसानी से जुड़े हुए हैं। सुबह 7 बजे परिवार के कुछ लोग बाड़े तरफ चले गए थे। वहीं, कुछ सो रहे थे। दो घरों में सोए हुए लोगों को तो उठा लिया था, लेकिन एक घर में सूरज का ध्यान नहीं रहा, वह आग की चपेट में आकर जल गया, जिससे उसकी मौत हो गई। सूरज घर में अकेला था। उसकी मां कुछ दिनों से बेटी के घर इंदौर गई हुई है।

नर्मदानगर थाना प्रभारी विकास खिंची ने बताया कि सूचना मिलते ही तहसीलदार और पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था। आग बुझाने के लिए मूंदी, पुनासा, ओंकारेश्वर और संत सिंगाजी थर्मल प्लांट से कुल 6 फायर ब्रिगेड बुलाई गईं। घरों में रखा गृहस्थी का पूरा सामान जलकर राख हो चुका था। तीनों घर पूरी तरह जलकर मलबे में तब्दील हो गए हैं। अनाज, बिस्तर, कपड़ों से लेकर गहने तक या तो मलबे में दबे हैं या आग में जल गए हैं।

भाजपा नेता व समाजसेवी दिग्विजयसिंह (संटू) तोमर ने बताया कि सरपंच ने 7 बजकर 20 मिनट पर मुझे सूचना दी। फिर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को अवगत कराया। मैं मौके पर पहुंच गया। वहां देखा कि पुराने मिट्‌टी और लकड़ी के घर बने हुए थे। जो आग लगने के बाद ढह चुके थे। बिस्तर, अनाज से लेकर घर में रखा सारा सामान मलबे में दब गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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