झाबुआ: स्नेह सम्मेलन बना कलह सम्मेलन; आमंत्रित नहीं किए जाने पर विधायक ने प्राचार्य को लिया आड़े हाथों
झाबुआ, 20 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के जनजातीय बाहुल्य झाबुआ जिले के थांदला अनुविभागीय मुख्यालय स्थित पीएम श्री कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित स्नेह सम्मेलन उस वक्त कलह सम्मेलन का रूप लेता हुआ नजर आया, जब स्नेह सम्मेलन के आमंत्रण कार्ड में अपना नाम नहीं होंने पर तमतमाए हुए क्षैत्रिय विधायक वीर सिंह भूरिया स्कूल में पहुंच गए,और विद्यालय के प्राचार्य को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुने हुए जन प्रतिनिधि की अवहेलना आखिर कैसे की गई है।
जिले के थांदला अनुविभागीय मुख्यालय स्थित पीएम श्री कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में वार्षिकोत्सव के तहत स्नेह सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, और तीन दिवसीय स्नेह सम्मेलन का आज शुभारंभ दिवस था। स्कूल प्रशासन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय समारोह हेतु जहां मंत्री, महिला एवं बाल विकास विभाग निर्मला भूरिया सहित अन्य भाजपा नेताओं को आमंत्रित किया गया, वहीं अनुविभाग के प्रशासनिक अधिकारियों को भी अतिथियों के रूप में आमन्त्रित किया गया था। उक्त आयोजन को लेकर आमंत्रण कार्ड भी छपाए गए थे, किंतु कार्ड में क्षैत्रिय विधायक का कहीं नामोनिशान नहीं होने पर क्षैत्रिय विधायक वीर सिंह भूरिया झल्लाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ आज शनिवार को पीएम श्री कन्या स्कूल पहुंच गए, और वहां मौजूद विद्यालयीन स्टाफ को खरी खोटी सुनाई। एम एल ए ने स्कूली स्टाफ और छात्राओं की मौजूदगी के बीच पीएम श्री कन्या विद्यालय के प्राचार्य मंगल सिंह नायक की तरफ मुखातिब हुए और उन्हें आड़े हाथों लेते हुए पूछा कि समारोह के कार्ड में उनका नाम क्यों नहीं है। विधायक ने शुभारंभ कार्यक्रम में उपस्थित स्कूली बालिकाओं से भी बात की, ओर उन्हें पूछा कि क्या वे उन्हें जानती है? तब सभी बालिकाओं द्वारा सहमति जताते हुए एक स्वर में कहा कि हां, आप विधायक वीर सिंह भूरियाजी हैं। आक्रोशित विधायक ने प्राचार्य को डांटते हुए कहा कि स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी होते हुए उनमें इतनी भी अक्ल नहीं है कि एक चुने हुए प्रतिनिधि की अवहेलना नहीं की जानी चाहिए। विधायक ने कहा कि वे इस बारे में जिला कलेक्टर को भी बताएंगे।
इस मुद्दे को लेकर बात किए जाने पर विधायक, थांदला विधानसभा क्षेत्र, वीर सिंह भूरिया ने हिंदुस्थान समाचार को कहा कि वे तो पीएम श्री कन्या विद्यालय में विद्यालय की बच्चियों से बात करने वहां पहुंचे थे।जन प्रतिनिधि की अवहेलना पर नाराजगी जताते हुए भूरिया ने कहा कि आमंत्रण कार्ड में उनका कहीं नाम नहीं होना इस बात को जाहिर करता है कि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों की अवहेलना की जा रही है। उन्होंने कहा कि वार्षिक कार्यक्रम में केबिनेट मंत्री निर्मला भूरिया को आमंत्रित किया जाना उचित है। प्रशासनिक अधिकारियों को भी बुलाए जाने पर उनको कोई आपत्ति नहीं, किंतु भारतीय जनता पार्टी के अन्य नेताओं को आखिर किस आधार पर आमंत्रित किया गया?
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. उमेश चंद्र शर्मा

