मानव संसाधन की कमी से प्रभावित नहीं होनी स्वास्थ्य सेवाएं : राजेन्द्र शुक्ल
- उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने की स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा
भोपाल, 29 दिसम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने सोमवार को मंत्रालय, भोपाल में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, गुणवत्ता, मानव संसाधन प्रबंधन, अधोसंरचना विकास, चिकित्सा शिक्षा, जांच एवं उपचार सुविधाओं सहित विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा की। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) एवं कर्मचारी चयन मंडल (ईएसबी) के माध्यम से संचालित भर्ती प्रक्रियाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने मेडिकल ऑफिसर, चिकित्सा विशेषज्ञ, फिजियोथेरेपिस्ट, लैब टेक्नीशियन, नर्सिंग ऑफिसर, एएनएम एवं अन्य चिकित्सकीय एवं सहायक पदों की भर्ती में प्रगति की जानकारी ली तथा लंबित प्रक्रियाओं को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों में मानव संसाधन की कमी से सेवाएं प्रभावित नहीं होनी चाहिए और सभी रिक्त पदों की समयबद्ध पूर्ति सुनिश्चित की जाए।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधोसंरचना विकास कार्यों की भी समीक्षा की गई। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने निर्माणाधीन अस्पताल भवनों, मेडिकल कॉलेजों, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की प्रगति की जानकारी लेते हुए गुणवत्ता एवं समय-सीमा के कड़ाई से पालन के निर्देश दिए। साथ ही, आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की खरीदी, उनकी स्थापना एवं उपयोगिता की समीक्षा करते हुए उपकरणों के समुचित रख-रखाव पर भी विशेष ध्यान देने को कहा।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने टीबी मुक्त भारत अभियान की समीक्षा करते हुए जनभागीदारी बढ़ाने तथा जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं और समाज के विभिन्न वर्गों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टीबी उन्मूलन एक सामूहिक प्रयास है, जिसमें जन जागरूकता और सहभागिता की महत्वपूर्ण भूमिका है।बैठक में पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सेवा के संचालन की स्थिति की भी समीक्षा की गई। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने सेवा के विधिवत, पारदर्शी एवं प्रभावी संचालन के निर्देश देते हुए कहा कि आपातकालीन परिस्थितियों में मरीजों को त्वरित एवं सुरक्षित परिवहन सुविधा मिलना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने औषधि निर्माण इकाइयों (ड्रग मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स) की नियमित एवं सघन जांच करने तथा गुणवत्ता मानकों के कड़ाई से अनुपालन के निर्देश दिए।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने प्रदेश में जांच सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के प्राथमिकता से उन्नयन के निर्देश दिए। इसके साथ ही, सभी ब्लड बैंकों के विधिवत संचालन, आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता, रक्त की गुणवत्ता एवं संबंधित नियमों के पूर्ण अनुपालन को सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने टेलीमेडिसिन सेवाओं को और अधिक सशक्त बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि दूरस्थ एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषज्ञ चिकित्सकीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराने में टेलीमेडिसिन की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके लिए तकनीकी संसाधनों, प्रशिक्षण एवं नेटवर्क विस्तार पर विशेष ध्यान दिया जाए।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य प्रत्येक नागरिक को सुलभ, गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। इसके लिए सभी संबंधित विभागों एवं एजेंसियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना होगा। बैठक में प्रमुख सचिव संदीप यादव, स्वास्थ्य आयुक्त तरुण राठी, स्वास्थ्य संचालक दिनेश श्रीवास्तव, एनएचएम एमडी डॉ. सलोनी सिडाना सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी और निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

