मप्रः हरदा में 11 घंटे चला करणी सेना का जनक्रांति आंदोलन, राजनीतिक दल बनाने का किया ऐलान
हरदा, 21 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के हरदा जिला मुख्यालय स्थित नेहरू स्टेडियम में रविवार को 21 सूत्रीय मांगों को लेकर करणी सेना परिवार का जनक्रांति आंदोलन 11 घंटे तक लगातार चला। करीब 20 हजार से अधिक कार्यकर्ता और समर्थक इसमें शामिल रहे। आंदोलन करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर के नेतृत्व में हुआ। रात 8 बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब आंदोलन के बजाय राजनीतिक दल बनाकर सर्व समाज की मांगों को लोकसभा और विधानसभा में उठाया जाएगा।
शेरपुर ने बताया कि आज हजारों करणी सैनिकों ने पार्टी बनाने का समर्थन किया और उन्होंने करणी सैनिकों से वचन लिया कि वे आरएसएस की तर्ज पर दल की मजबूती के लिए काम करेंगे। उन्होंने अपना अनशन जूस पीकर समाप्त किया। आंदोलन में श्री राजपूत करणी सेना के महिपाल सिंह मकराणा, करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज पाल सिंह अंबू, क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत अनेक नेता शामिल रहे।
करणी सेना के नेताओं ने मांग पूरी नहीं होने पर दिल्ली में आंदोलन करने की हुंकार भरी। इसमें 13 जुलाई को पुलिस के लाठीचार्ज की न्यायिक जांच करने एवं जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई, एससी-एसटी एक्ट में बिना जांच के गिरफ्तारी पर रोक लगाने, करने, आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू करना, ईडब्ल्यूएस आरक्षण में मकान एवं दुकान की बाध्यता समाप्त करने, धर्म या जाति बदलकर लड़कियों से धोखाधड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने व अंतरजातीय विवाह के लिए सरकार की प्रोत्साहन राशि बंद करने, सरकारी नौकरियों में पदोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था समाप्त करने, लव मैरिज में माता-पिता की सहमति अनिवार्य करने सहित 21 सूत्रीय मांग रखी गई। आंदोलन में इंदौर, देवास, खंडवा, जबलपुर, भोपाल, धार, मंदसोर, उज्जैन, शाजापुर सहित जिलों में बड़ी संख्या में युवा एवं करणी सैनिक शमिल रहे।
करणी सेना के सात सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने 21 सूत्रीय मांगों को लेकर जिला प्रशासन से चर्चा की। इस प्रतिनिधि मंडल में शैलेंद्र सिंह झाला, सुनील राजपूत, ममता सोलंकी, बद्री पटेल, पंकज राज पुरनी, राधेश्याम चौहान और प्रकाश सावनेर शामिल रहे।
पांच पुलिसकर्मी हटाए गए
श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराणा ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की मांग पर 13 जुलाई को हुए पुलिस के लाठी चार्ज के मामले को लेकर पुलिसकर्मी अनिल गुर्जर, रिपुदमन राजपूत, संजू चौहान, तुषार धनगर, ललित गौड़ को हटाया गया है। न्यायिक जांच कराने का भरोसा दिया है, लेकिन यह आश्वासन लिखित रूप में नहीं दिया गया है। मकराणा ने प्रशासन से लिखित में आदेश देने की मांग की है। हरदा कलेक्टर ने लाठीचार्ज के आरोपियों में शामिल पांच पुलिसकर्मियों को हटाने और उनके खिलाफ मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच का नेतृत्व एसडीएम सिवनी मालवा करेंगे।
करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर ने बताया कि दल बनने के बाद वे मांगों के लिए सियासी लड़ाई लड़ेंगे। यदि मांगें नहीं मानी गईं तो भोपाल के बाद दिल्ली कूच किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजनीतिक दल बनाने का निर्णय समूचे संगठन के समर्थन से लिया गया और दल का रजिस्ट्रेशन जल्द कराया जाएगा। शेरपुर ने कहा कि “हमारी बातों को सदन में कोई नहीं उठाता। जिस प्रकार राष्ट्रीय सेवक संघ ने भाजपा का निर्माण किया, उसी तरह हर करणी सैनिक अपना तन, मन और धन इस दल की मजबूती में लगाएगा। इस लड़ाई को अधूरा नहीं छोड़ेंगे, इसे दिल्ली तक ले जाएंगे।”
रविवार को शहर के चौक चौराहों पर बहुत चहल-पहल रही। शहर नेहरू स्टेडियम के आसपास के क्षेत्र की होटल, दुकानों पर भारी भीड़ रही। वहीं महाराणा प्रताप कालोनी, एलआइजी कालोनी, छीपानेर रोड सहित अन्य क्षेत्रों में भारी चहल पहल रही। इसमें हर तरफ प्रदर्शनकारी घूमते नहर आए। जिले में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिले में पांच स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। प्रदर्शन स्थल से लेकर जिले के सभी प्रवेश और निकास मार्गों तक कड़ी निगरानी की गई।
हरदा कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की मांग पर पांच पुलिसकर्मियों को हटाया गया है। वहीं न्यायिक जांच के आदेश दिए गए। इसके साथ ही अन्य मांगों को ड्राफ्ट बनाकर शासन को भेजा गया।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

