वीर साहिबजादों का बलिदान राष्ट्र, धर्म और सनातन संस्कृति की रक्षा का अमर प्रतीक -हितानंद
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने गुना गुरुद्वारा में मत्था टेककर वीर साहिबजादों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की
गुना/भोपाल, 26 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने शुक्रवार को गुना स्थित श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा में मत्था टेककर धर्म एवं संस्कृति की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले वीर साहिबजादे जोरावर सिंह जी एवं फतेह सिंह जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। हितानंद शर्मा ने कहा कि गुरु श्री गोविन्द सिंह जी महाराज के चारों साहिबजादों का बलिदान राष्ट्र, धर्म और सनातन संस्कृति की रक्षा हेतु दिया गया सर्वोच्च और अनुपम बलिदान है। उनका अदम्य साहस, अटूट आस्था और अन्याय के विरुद्ध अडिग संकल्प मानव इतिहास में वीरता और त्याग का अमर प्रतीक है।
संगठन महामंत्री हितानंद ने कहा कि जिन वीर साहिबजादों ने धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिए बाल अवस्था में ही बलिदान की पराकाष्ठा को छू लिया, उनका साहस इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। मात्र 6 और 9 वर्ष की अल्पायु में उन्होंने ऐसा अद्वितीय साहस प्रदर्शित किया, जो हिमालय से भी ऊँचा था। धर्म, कर्तव्य और देशभक्ति के मार्ग पर अडिग रहकर उन्होंने अत्याचार के सामने कभी शीश नहीं झुकाया। उन्होंने कहा कि बाल अवस्था में भी जिस दृढ़ आस्था, अपूर्व आत्मबल और अद्वितीय वीरता के साथ साहिबजादों ने क्रूर अत्याचारों का सामना किया, वह मानव इतिहास में अद्वितीय और प्रेरणास्पद है। उनकी अमर गाथा आज भी प्रत्येक भारतीय के हृदय में राष्ट्रप्रेम, त्याग और आत्मसम्मान की चेतना जागृत करती है तथा युगों-युगों तक राष्ट्रभक्ति, धर्मनिष्ठा और कर्तव्यनिष्ठ जीवन का मार्ग प्रशस्त करती रहेगी।
वीर बाल दिवस केवल स्मरण नहीं, भावी पीढ़ी के लिये संस्कार निर्माण का माध्यम
हितानंद ने कहा कि वीर बाल दिवस का उद्देश्य बच्चों और युवाओं को यह संदेश देना है कि आयु भले ही छोटी हो, किंतु विचार, साहस और संकल्प महान हो सकते हैं। यह दिवस केवल स्मरण का नहीं, बल्कि भावी पीढ़ी में नैतिक मूल्यों, वीरता और देशभक्ति की भावना जगाने का सशक्त माध्यम है। पूर्व में बाल दिवस को एक व्यक्तित्व विशेष के जन्मदिन तक सीमित रखा गया था, जबकि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु गोविन्द सिंह के चारों साहिबजादों के अद्वितीय बलिदान को राष्ट्र के सामने जीवंत रखने के लिए वीर बाल दिवस मनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। साहिबजादों ने विदेशी आक्रांताओं के सामने कभी शीश नहीं झुकाया और भारत की एकता, अखंडता तथा सनातन धर्म की रक्षा हेतु अपने प्राणों का उत्सर्ग किया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह सिकरवार सहित पार्टी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे

