मध्य प्रदेश में खेल, युवा और सहकारिता का नया युग चल रहा है- मंत्री विश्‍वास सारंग

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मध्य प्रदेश में खेल, युवा और सहकारिता का नया युग चल रहा है- मंत्री विश्‍वास सारंग


भोपाल, 24 दिसंबर (हि.स.)। खेल के मैदानों में गूंजती जीत की आवाज की शक्ति से आज मध्य प्रदेश विकास की उस नई गाथा लिख रहा है, जिसमें युवा, खिलाड़ी, केंद्र में हैं। अनेक उपलब्धियों, योजनाओं और भावी कार्ययोजनाओं की विस्तृत जानकारी सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने इस संबंध में दी हैं।

दरअसल वे बुधवार को अपेक्स बैंक समन्वय भवन में आयोजित एक महत्वपूर्ण पत्रकार वार्ता अपनी सरकार के दो वर्षों की उपलब्‍धियों के बारे में जानकारी दे रहे थे। मंत्री सारंग ने बताया कि सरकार की प्राथमिकता केवल योजनाओं की घोषणा तक सीमित नहीं है, उनका वास्तविक लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचना सुनिश्चित करना है। चाहे वह खिलाड़ियों के हाथों में पदक के रूप में हो, युवाओं के लिए नए अवसरों के रूप में हो या किसानों और ग्रामीणों को आर्थिक संबल देने के रूप में हो।

मंत्री श्री सारंग ने कहा कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग आज प्रदेश का गौरव बन चुका है। मध्य प्रदेश के खिलाड़ी अब केवल राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं तक सीमित नहीं हैं, वे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रहे हैं। वर्ष 2024 में फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित ओलम्पिक एवं पैरा ओलम्पिक खेलों में प्रदेश के खिलाड़ियों की सहभागिता और पदक अर्जन इस बात का प्रमाण है कि मध्य प्रदेश आज खेल प्रतिभाओं की सशक्त भूमि बन चुका है। खेलो इंडिया युवा खेल प्रतियोगिता, तमिलनाडु में 29 पदक और 38वें राष्ट्रीय खेल, उत्तराखण्ड में 67 पदकों के साथ तीसरा स्थान प्राप्त करना प्रदेश की खेल नीति, प्रशिक्षण व्यवस्था और अधोसंरचना की सफलता को दर्शाता है।

राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियाँ

मंत्री सारंग ने बताया कि वर्ष 2024-25 के दौरान प्रदेश के खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 57 पदक और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 391 पदक अर्जित कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। हॉकी एशिया कप, एशियाई निशानेबाजी प्रतियोगिता, खेलो इंडिया जल क्रीड़ा महोत्सव तथा एशियाई केनो स्लालम प्रतियोगिता जैसी प्रतिष्ठित प्रतिस्पर्धाओं में मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रदेश को देश के अग्रणी खेल राज्यों की श्रेणी में स्थापित किया है।

नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड और जूनियर हॉकी में सफलता

उन्होंने कहा कि यह उपलब्धियाँ केवल पदकों तक सीमित नहीं हैं। प्रदेश के खिलाड़ियों ने नए राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित कर खेल इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है। पोल वॉल्ट, निशानेबाजी और गोला फेंक जैसी स्पर्धाओं में बने रिकॉर्ड इस बात का स्पष्ट संकेत हैं कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे प्रशिक्षण, संसाधन और प्रोत्साहन सही दिशा में हैं। इसी क्रम में जूनियर हॉकी विश्व कप 2025 में कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम में मध्य प्रदेश के तीन खिलाड़ियों की सहभागिता को मंत्री श्री सारंग ने प्रदेश के लिए गर्व का विषय बताया।

खिलाड़ियों का सम्मान और भविष्य सुरक्षा

पत्रकार वार्ता में मंत्री विश्‍वास सारंग ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार खिलाड़ियों के सम्मान और उनके भविष्य की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अर्जुन पुरस्कार, एकलव्य पुरस्कार, विक्रम पुरस्कार, विश्वामित्र पुरस्कार और आजीवन उपलब्धि सम्मान जैसे प्रतिष्ठित अलंकरणों के साथ साथ शासकीय सेवा में नियुक्ति और ओलम्पिक तथा एशियाई खेलों के पदक विजेताओं को राजपत्रित अधिकारी बनाने का प्रावधान इस सोच को दर्शाता है कि उनके सम्मान और सुरक्षित भविष्य भी राज्‍य को पूरी चिंता है। करोड़ों रुपये की प्रोत्साहन राशि और अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट विश्व कप विजेता खिलाड़ी क्रांति गौड़ को प्रदान की गई एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि इसी नीति का सशक्त उदाहरण भी इस दौरान मंत्री सारंग ने दिया।

दीर्घकालिक लक्ष्य है मध्यप्रदेश को खेल हब बनाना

मंत्री सारंग ने इसके साथ यह भी जानकारी दी कि सरकार का लक्ष्य वर्ष 2047 तक मध्यप्रदेश को देश का प्रमुख खेल केंद्र बनाना है। इसके लिए प्रदेश में आधुनिक खेल अधोसंरचना का निरंतर विकास किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल परिसर, खेल अकादमियों का विस्तार, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में खेल परिसर का निर्माण और खेल पर्यटन को बढ़ावा देने जैसी पहलें इसी दीर्घकालिक लक्ष्य का हिस्सा हैं। मेरा युवा मध्यप्रदेश पोर्टल, खेलो बढ़ो अभियान और मध्यप्रदेश युवा प्रेरक अभियान जैसे नवाचार युवाओं को खेल और विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. मयंक चतुर्वेदी

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