बांधों के रखरखाव के लिए मिलेगी रैंकिंग, स्थाई पॉलिसी तैयार करें: कांताराव

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बांधों के रखरखाव के लिए मिलेगी रैंकिंग, स्थाई पॉलिसी तैयार करें: कांताराव


- मड़िया डैम का केन्द्रीय जल शक्ति सचिव ने अधिकारियों के साथ किया निरीक्षण

सागर, 20 दिसंबर (हि.स.)। केंद्र सरकार शीघ्र ही बांधों के रखरखाव में रैंकिंग देने का कार्य शुरू करेगी। अतः रखरखाव के लिए स्थाई पॉलिसी तैयार करें। यह निर्देश केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के सचिव बीएल कांताराव ने शनिवार को मध्य प्रदेश प्रवास के दौरान सागर जिले के राहतगढ़ विकासखंड के अंतर्गत बने मड़िया डैम के निरीक्षण के दौरान दिए। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2026 तक डैम के अंतर्गत 60 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि सिंचित होगी।

इस अवसर पर कलेक्टर संदीप जी आर, ईएनसी डब्लूआरडी विनोद कुमार देवड़ा, सीई सागर डब्लूआरडी आरपीएस कांवर, सीई बीना प्रोजेक्ट आरआर मीणा, एसई बीना प्रोजेक्ट दीपक चौकसे, ई ई विनय रोहित, अपर कमिश्नर पवन जैन सहित अन्य विभाग अधिकारी मौजूद थे।

केंद्रीय जल शक्ति सचिव बीएल कांताराव ने शनिवार को सागर के मड़िया बांध का निरीक्षण करते हुए निर्देश दिए कि बांधों के रखरखाव के लिए स्थाई पॉलिसी तैयार करें जिससे इनका समय पर रखरखाव किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभी सिंचाई परियोजनाएं, महत्वाकांक्षी परियोजनाएं हैं और इनसे संबंधित सभी कार्य समय सीमा में पूरे किए जाएं।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी बांधों के रखरखाव के लिए स्थाई मेंटेनेंस पॉलिसी भी तैयार करे, जिससे रखरखाव में राशि की कमी बाधा ना बने। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2026 तक कम से कम 60000 हेक्टेयर से अधिक भूमि संचित हो इसके लिए लगातार कार्य किए जाएं उसके बाद 36000 हेक्टेयर से अधिक भूमि सिंचित करने के लिए भी लगातार समानांतर कार्य करें। उन्होंने कहा कि कलेक्टर प्रत्येक माह इसकी समीक्षा करें जिससे कार्य की प्रगति लगातार हो सके और जानकारी अद्यतन की जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि मड़िया एवं चकरपुर डैम के पावर हाउस एवं पंप हाउस का कार्य भी समानांतर रूप से किया जाए।

मड़िया, चकरपुर बांध से चार विकासखंडों के 282 ग्राम होंगे लाभान्वित, 96 हजार हेक्टेयर भूमि होगी सिंचित

मड़िया, चकरपुर बहुउद्देशीय परियोजनाओं का निर्माण सागर जिले में किया जा रहा है। परियोजना अंतर्गत 270.10 मि.घ.मी. कुल जल भराव क्षमता के मड़िया बांध का निर्माण पूर्ण किया जा चुका है, जिससे सैंच्य क्षेत्र की सिंचाई आवश्यकता अनुसार पॉवर चैनल से जल छोड़कर 21 मेगावॉट बिजली का उत्पादन करने के उपरांत पुनः नदी में छोड़ दिया जावेगा। उक्त जल का पुनः भंडारण करने हेतु मड़िया बांध में 74.31 मि.घ.मी. कुल जल भराव क्षमता के चकरपुर बांध का निर्माण किया गया है। चकरपुर एवं देहरा बांध से प्रेशराइज्ड़ पाईप के द्वारा सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली का निर्माण कर सागर जिले के राहतगढ़, खुरई, मालथौन एवं बीना विकासखण्ड़ों के 282 ग्रामों में 96,000 हे. भूमि की सिंचाई किया जाना है। परियोजना अंतर्गत 72.36 मि.घ.मी. जल भराव क्षमता के देहरा बांध, 6.51 मि.घ.मी. जल भराव क्षमता के सेमराघाट व्यपवर्तन वियर, 4 मेगावॉट बिजली उत्पादन क्षमता के देहरा पॉवर हाऊस तथा 21 मेगावॉट क्षमता के मडि़या पॉवर हाऊस का निर्माण कार्य किया जाना प्रस्तावित है।

परियोजना कहां स्थित है

सागर जिले के तहसील राहतगढ़ के ग्राम गाबरी के समीप बीना नदी पर मंडि़या बांध एवं ग्राम भूलनाभानगढ़ के समीप चकरपुर बांध निर्मित है। ग्राम सेमराघाट तहसील जैसीनगर के समीप धसान नदी पर सेमराघाट व्यपवर्तन वियर तथा ग्राम मनकापुर तहसील राहतगढ़ के समीप देहरा नाले पर देहरा बांध का निर्माण कार्य किया जाना प्रस्तावित है।

प्रशासकीय स्वीकृतिकेन बेतवा लिंक परियोजना प्रथम एवं द्वितीय चरण म.प्र. राज्य द्वारा कराये जाने वाले कार्यों की एक्जाई प्रशासकीय स्वीकृति म.प्र. शासन जल संसाधन विभाग के द्वारा राशि 4182.06 करोड़ स्वीकृत की गई।

परियोजना अंतर्गत कार्य

परियोजना अंतर्गत मड़िया एवं चकरपुर बांध का 100 प्रतिशत पूर्ण किया जा चुका है। बीना सिंचाई परियोजना अंतर्गत प्रेशराइज्ड पाईप द्वारा सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली से सागर जिले के राहतगढ़, खुरई, मालथौन एवं बीना तहसील के 90,000 हे. क्षेत्र में सिंचाई सुविधा विकसित किया जाना प्रस्तावित है एवं जून 2027 तक पूर्ण किया जाना संभावित है। वर्तमान में प्रथम फेज राहतगढ़ तहसील के लिये स्वीकृति 14239 हे. के कार्य का 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण किया गया है, शेष कार्य प्रगति पर है। जिसे जून 2026 तक पूर्ण किया जाना लक्षित है, जिससे राहतगढ़ तहसील के 51 ग्रामों की 14239 हे. सैंच्य क्षेत्र में सिंचाई किया जाना है। द्वितीय फेज अन्तर्गत खुरई, बीना एवं मालथौन तहसील के शेष 75761 हे. क्षेत्र हेतु निर्माण कार्य 66 प्रतिशत पूर्ण किया जा चुका है, शेष कार्य जून 2027 तक पूर्ण किया जाना है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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