भोपाल में युवक ने खुद का गला रेता, इलाज के दौरान मौत, मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ था

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भोपाल में युवक ने खुद का गला रेता, इलाज के दौरान मौत, मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ था


भोपाल, 19 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश की राजधानी भाेपाल के नेहरु नगर इलाके में रहने वाले एक युवक ने गुरुवार रात चाकू से अपना गला रेत लिया। शुक्रवार सुबह हमीदिया अस्पताल में इलाज के दाैरान उसकी माैत हाे गई। बताया जा रहा है कि युवक का मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ था और लंबे समय समय से उसका इलाज चल रहा था। आत्महत्या के प्रयास के पहले उसने मां से आखिरी बातचीत में कहा था कि मेरी नासा वाली गर्लफ्रेंड बुला रही है। मैं उसके साथ अंतरिक्ष में जाना चाहता हूं। शुक्रवार दोपहर को पुलिस ने पाेस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। फिलहाल पुलिस मर्ग कायम कर मामले की सभी एंगल पर जांच कर रही है।

जानकारी के अनुसार 45 वर्षीय आयुष मेहता नेहरू नगर में रहता था और एमबीए करने के बाद घर में रहता था। उसके पिता इंजीनियर थे और प्राइवेट ठेकेदारी करते थे। उनकी मौत हो चुकी है। आयुष का मानसिक संतुलन साल 2002 से बिगड़ा हुआ था। आए दिन बहकी हुई बातें करता था। शादी कराने के लिए मां के साथ विवाद करता था। गुरुवार रात करीब दस बजे आयुष ने अपने कमरे में सब्जी काटने वाली छुरी से स्वयं का गला रेत लिया। मां ने परिजनों और पुलिस को मदद के लिए बुलाया। तत्काल बेटे को परिजनों के साथ अस्पताल लेकर पहुंची, जहां शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक के केयर टेकर मनीष चौहान ने बताया कि लंबे समय से युवक का मानसिक संतुलन खराब था। आए दिन मां को पीटता था। बहकी हुई बातें करता था, अमेरिका ले जाने और नासा ले जाने की बातें करता था। कई बार डॉक्टरों से भी बदसलूकी कर चुका था। अक्टूबर में भी उसने गला रेतकर सुसाइड करने का प्रयास किया था। लेकिन तब उसकी जान बच गई थी।

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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे

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