मप्रः मुख्यमंत्री ने दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान के ब्रोशर एनआरएम-2026 का विमोचन किया

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मप्रः मुख्यमंत्री ने दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान के ब्रोशर एनआरएम-2026 का विमोचन किया


भोपाल, 10 दिसम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को मंत्रालय में दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान के ब्रोशर एनआरएम-2026 (नेशनल रिसर्चर्स मीट–2026) का विमोचन किया। नेशनल रिसचर्स मीट-2026 का आयोजन 12 से 14 फरवरी को भोपाल में होगा, जिसमें देशभर के शोधार्थी, शिक्षाविद्, विशेषज्ञ एवं नीति–निर्माता सहभागिता करेंगे। ब्रोशर विमोचन पर संस्थान के निदेशक डॉ. मुकेश मिश्रा, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति विजय मनोहर तिवारी और वीर भारत न्यास के ट्रस्टी श्रीराम तिवारी मौजूद रहे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शोधार्थी समागम गुलामी की मानसिकता से मुक्ति का मार्ग खोलने, भारत केंद्रित शोध को बढ़ावा देने, विकसित भारत 2047 के लक्ष्यों को पूरा करने तथा अभ्युदय मध्य प्रदेश के लिए एक सार्थक प्रयास है। यह भारत के पुनरुत्थान के लिए सहयोगात्मक अनुसंधान की अद्भुत पहल है।

पोस्टर विमोचन के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शोध किसी भी राष्ट्र के बौद्धिक और सामाजिक विकास की आधारशिला होता है। ‘नेशनल रिसर्चर्स मीट–2026’ जैसे आयोजन भारत-केंद्रित अनुसंधान, नवाचार और भारतीय ज्ञान परंपरा के पुनर्जागरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान द्वारा किए जा रहे शोध, वैचारिक एवं सामाजिक कार्यों की सराहना करते हुए आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं।

क्या है राष्ट्रीय शोधार्थी समागम

ब्रोशर विमोचन के अवसर पर कार्यक्रम की संयोजक प्रो. अल्पना त्रिवेदी ने बताया कि राष्ट्रीय शोधार्थी समागम 2026 का प्रमुख उद्देश्य देशभर के शोधार्थियों को एक साझा वैचारिक मंच प्रदान करना है, जहाँ वे अपने शोध-विचारों, अनुभवों और निष्कर्षों का आदान–प्रदान कर सकें। यह आयोजन बहुविषयी शोध-संवाद को प्रोत्साहित करते हुए विभिन्न विषयों के बीच बौद्धिक समन्वय स्थापित करेगा। इसके साथ ही यह भारत केंद्रित अनुसंधान को सशक्त करते हुए राष्ट्र की सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक आवश्यकताओं से जुड़े शोध को नई दिशा देगा। एनआरएम–2026 का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य युवा शोधकर्ताओं में राष्ट्रबोध, समाज-उत्तरदायित्व एवं समाजोपयोगी अनुसंधान-संस्कृति का विकास करना भी है, जिससे शोध केवल अकादमिक सीमाओं तक सीमित न रहकर राष्ट्र-निर्माण का सशक्त माध्यम बने।

इस अवसर पर दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान के निदेशक डॉ. मुकेश मिश्रा ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा “मुख्यमंत्री जी का मार्गदर्शन एवं समर्थन ‘एनआरएम–2026’ को एक राष्ट्रीय अकादमिक विमर्श के रूप में स्थापित करने में प्रेरक सिद्ध होगा। पिछले वर्ष यह सफलतापूर्वक आयोजित किया गया था। दूसरे साल में यह समागम देश की आगामी आवश्यकताओं को लक्ष्य करते हुए शोध कार्यों को गति देगा। यह समागम भारत के पुनरुत्थान के लिए सहयोगात्मक अनुसंधान की पहल है। इस कार्यक्रम में उच्च शिक्षा विभाग, एमपीसीएसटी, वीर भारत न्यास और एमसीयू सह आयोजक हैं।

मप्रः मंत्री-परिषद की बैठक में मिली अभूतपूर्व सौगातें, मुख्यमंत्री का दमोह के जनप्रतिनिधियों ने माना आभार

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का दमोह के जनप्रतिनिधियों ने खजुराहो में गत दिवस हुई मंत्री-परिषद की बैठक में बुंदेलखंड सहित दमोह जिले को दी गई अभूतपूर्व सौगातों के लिए जनता की ओर से आभार व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव से बुधवार को मंत्रालय में भेंट कर दमोह के जनप्रतिनिधि श्याम शिवहरे ने अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि खजुराहो में मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में सागर से दमोह के 76 किलोमीटर फोर लेन सड़क मार्ग के लिए 2059 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त दमोह के तेंदूखेड़ा में 165 करोड़ रुपये से अधिक राशि की झापन नाला मध्यम सिंचाई परियोजना को भी स्वीकृति प्रदान की गई। साथ ही दमोह मेडिकल कॉलेज के लिए नियमित और आउटसोर्स के पदों की भी स्वीकृति प्रदान की गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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